उपभोगपरिभोग!
उपभोगपरिभोग Consumption, Enjoyment . वस्त्र आभूषण आदि बराबर भोगने वाली वस्तु को उपभोग एंव खान-पान आदि एक बार भोगने वाली वस्तु को परिभोग(भोग) कहते हैं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
उपभोगपरिभोग Consumption, Enjoyment . वस्त्र आभूषण आदि बराबर भोगने वाली वस्तु को उपभोग एंव खान-पान आदि एक बार भोगने वाली वस्तु को परिभोग(भोग) कहते हैं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पांशुमूलिक विद्या:A type of knowledge of vidyadhara.विद्याधर वंश की एक विद्या का नाम।
उपघात नामकर्म प्रकृति A type of karmic nature (reg. harming self). जिस कर्म के उदय से अपने अंगों से अपना घात हो।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संसारानुप्रेक्षा – Sansaaraanuprekshaa. Contemplation about the wordly troubles. 12 भावनाओं में एक भावना; संसार के स्वभाव एवं संसार परिभ्रमण का अर्थात् दुःखमय स्वरुप का चिंतन करना “
उपक्रम An initial stage, Undertaking, A type of persuance in accordance with natural matters. किसी कार्य को प्रारम्भ करना प्रकृत- पदार्थ को श्रोताओं की बुद्धि में बैठा देना उपक्रम है इसका दूसरा नाम उपोद्धात भी है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
उपधान Religious observances. आचाम्ल आहार निर्विकृति आहार आदि शास्त्र में जो क्रिया कही हो उसका नियम करना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] परस्थान संक्रमण:Particular transition to other place (reg. other sangrah Krishti).संक्रमण का एक भेद । दूसरी अन्य संग्रह कृष्टियों में या पर रूप परिणमन करना ।
त्रिज्ञानसिद्ध A type of salvated beings (possessing three basic knowledges). भूतप्रज्ञापननय की अपेक्षा से तीन ज्ञान से सिद्ध होने वाले जीव । [[श्रेणी: शब्दकोष ]]