मुखवस्त्रिका!
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मुखवस्त्रिका–Mukhavastrika. Mouth mask used by some of the Shvetambar sainta. श्वेताम्बर मत के कुछ साधु–साध्वियो द्वारा उपयोग की जाने वाली श्वेत मुख पट्टी”
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मुखवस्त्रिका–Mukhavastrika. Mouth mask used by some of the Shvetambar sainta. श्वेताम्बर मत के कुछ साधु–साध्वियो द्वारा उपयोग की जाने वाली श्वेत मुख पट्टी”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संधि – Sandhi. Alliance, union, Reconcillation, A treaty, Name of a planet, Joint of the body. संयोग, आपस का मेल, एक राजा का दुसरे राजा के साथ विशिष्ट शर्तों पर मैत्री भाव स्थापित करना, 88 ग्रहों में 33वां ग्रह (अपरनाम शांति), औदारिक शरीर में 300 संधि हैं “
एकोनविंशति A number, 19. 19- देशावधि की क्रमिक वृद्धि के 19 काण्डक।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भवनवासी देव – Bhavanavasi Deva. Residential celestial beings. चतुर्निकाय के देवों में प्रथम निकाय के देव, ये १० प्रकार के होते हैं “
[[श्रेणी :शब्दकोष]] यक्षसम्मोह– Yakshasammoh. A kind of peripatetic deities. पिशाच व्यंतरोका एक प्रकार”
[[श्रेणी: शब्दकोष]]स्वयंभू छंद – Svatannbgyy Chammda. Name of an apbransh poetics written by poet Svayambhu. कवि स्वंयभू ई0 734-840 कृत 8 अघ्यायो वाला अपभं्रश छंद शास्त्र।
[[श्रेणी :शब्दकोष]] यश–Yash. Fame, name of a summit situated at Ruchak mountain. प्रसिद्धि, रुचक पर्वत पर स्थित एक कूट”
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विशेषण – Visheshana. Adjective – a qualifying word. गुणवाचक शब्द, गुण, विशेषता ” वह शब्द जो किसी दूसरे शब्द की विशेषता प्रकट करता है “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] मनुष्यक्षेत्र – Manushya kshetra. The human world. ढाईद्वीप; इससेबाहरमनुष्यकाजन्मनहींहोताहै ” इसकाविस्तार 45 लाखयोजनहै ” अपरनाम – नरकलोक , मनुष्यलोक, मर्त्यलोक “
[[श्रेणी: शब्दकोष]]स्वद्रव्यादि ग्राहक द्रव्यार्थिक नय – Svadravyaadi Graahaka Dravyaarthika Naya. A standpoint accepting the real nature of a matter. जो नय स्वद्रव्यादि चतुष्टय की अपेक्षा से द्रव्य का सत् स्वरुप ग्रहण करे।