विनोदीलाल!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विनोदीलाल – Vinodilala. Name of a great Jaina poet, the writer of ‘ Bhaktamar katha’ etc. many books. एक जैन कवि, भक्तामर कथा (वि.१७४७), सम्यकत्व कौमुदी (वि. १७४९) ग्रंथ के कर्ता “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विनोदीलाल – Vinodilala. Name of a great Jaina poet, the writer of ‘ Bhaktamar katha’ etc. many books. एक जैन कवि, भक्तामर कथा (वि.१७४७), सम्यकत्व कौमुदी (वि. १७४९) ग्रंथ के कर्ता “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सर्वविभक्ति – Sarvavibhakti. Division of all Karmic aggregates. उत्कृष्ट स्थितिबंध होने पर जो प्रथम निषेक से लेकर अंतिम निषेक तक निषेक रचना होती है वह सर्व स्थिति विभक्ति है।
उदासीन Passive, Indifferent, Neutral. तटस्थ निःस्पृह तत्ववेत्ता जगत के समस्त तत्वों में मैं और मेरेपन का संकल्प न होना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
छींक Sneeze (controlling sneezing is a physical mortification). अयन आदि कायक्लेश का एक भदे ; छींक , जंभाई आदि को रोकना ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सर्वधारा – Sarvadhaaraa. A mathematical sequence or series of numbers. 14 धाराओं में एक धारा । 1 से लगा कर केवल ज्ञान पर्यत के सर्वस्थान । जैसे 1,2,3,4 5 इत्यादि ।
उदीरक Who is involved in fruitional operations of Karmas. उदीरणा करने वाला ज्ञानावरणीय दर्शनावरणीय और अंतराय इन तीन कर्मोंकी उदीरणा करने वाले (मिथ्यादृष्टि से लेकर क्षीण कषाय पर्यंत) जीव उदीरक कहलाते हैं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सर्वज्ञत्व शक्ति – Sarvagyatva Sakti. Power of omniscience. समस्त विश्व के विषेष भावों की जानने रुप से परिणमित ऐसी आत्मज्ञानमयी सर्वज्ञत्व शक्ति है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सरित – Sarit. A region of western videh (region) & a summit of Sukhavah Vakshar (mountain). अपर विदेह का एक क्षेत्र तथा सुखावह वक्षार का एक कूट।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लंगल – सनत्कुमार स्वर्ग का 5 वां पटल या इन्द्रक, बलभद्र राम का एक हल रत्न। Lamgala-The 5th patal (Layer) of Sanat Kumar heaven, Name of a plough-a jewel of Lord Ram