हयग्रीव!
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हयग्रीव – भ्ंलंहतपपअंण् छंउम व िजीम 8जी चतमकमेजपदमक च्तंजपदंतंलंदण् भावीकालीन 8वे प्रतिनारायण का नाम।
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हयग्रीव – भ्ंलंहतपपअंण् छंउम व िजीम 8जी चतमकमेजपदमक च्तंजपदंतंलंदण् भावीकालीन 8वे प्रतिनारायण का नाम।
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हंसगर्भ – Hammsagarbha. Name of the 10th city situated in the north of vijayardh mountain. विजयार्ध पर्वत की उत्तर श्रेणी का 10 वां नगर।
[[श्रेणी: शब्दकोष]] परद्रव्य:Alien substance-any substance other than self. आत्म द्रव्य से अन्य समस्त सचित्त एवं अचित्त द्रव्य ।
[[श्रेणी: शब्दकोष]]स्वार्थ – Svaartha. Spiritual upliftment of own soul. प्रोपकार की अपेक्षा न करके स्व-अर्थ अर्थात् आत्मकल्याण करना।
[[श्रेणी: शब्दकोष]] स्वात्म रक्षा – Svaatma Raksaa. Self defence, the principle of non-violence. शुद्व भाव या आत्म रक्षा। आगम मे स्व और अन्य प्राणियो की अहिंसा का सिद्वान्त स्वात्म रक्षा के लिये ही है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सांपरायिक बंधक – Saamparaayika Bamdhaka. Those bound with passionful influx. प्रथम गुणस्थान से लेकर 10वें गुणस्थान तक के जीव कषाय सहित होने से साम्परायिक बंधक कहलाते है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रतिष्ठित – माननीय व्यक्तित्व। pratisthita – renowned one, honorable personality.
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रतिष्ठा पाठ- आचार्य इन्द्रनन्दि (ई.श. 10 मध्य), आचार्य वसुनन्दि (ई. 1068-1118) एवं पं. आषाधर (ई. 1173-1243) द्वारा रचित प्रश्ठिा पाठ संबंधी ग्रन्थ। pratistha patha – name of ritual treatise written by acharyas (1) indranandi (2) vasunandi and pandit ashadhar.
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रघुम्न – कृश्ण के पुत्र का नाम जो गिरनार पर्वत से मोक्ष पधारे। pradyumna – son of lord krishna (who got salvation from girnar mountain
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रवचन वात्सल्य- 16 कारण भावना की एक भावना; साधमींजनो को देखकर स्नेह से ओतप्रोत हो जाना। PravacanaVatsalya- Affection towards co-religionists, to keep love with one another