उन्मग्नजला नदी!
उन्मग्नजला नदी Name of a river of Vijayardha mountain. विजयार्ध पर्वत की तमिस्र गुहा में बहने वाली नदी इसे उन्मग्न इसलिये कहते हैं कि यह अपने जल में पड़े हुए द्रव्य को डुबाती नहीं है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
उन्मग्नजला नदी Name of a river of Vijayardha mountain. विजयार्ध पर्वत की तमिस्र गुहा में बहने वाली नदी इसे उन्मग्न इसलिये कहते हैं कि यह अपने जल में पड़े हुए द्रव्य को डुबाती नहीं है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रत्यक्षज्ञान- pratyaksajnana Direction knowledge gained by the soul itself without any external help. इनिद्रय और मन की सहायता के बिना जो ज्ञान पदार्थ को स्पश्ट जाने, इसके दो भेदहैं- देष प्रत्यक्ष (अवधि एवं मन:पर्ययज्ञान) एवं सकल प्रत्यक्ष (केवलज्ञान)
उत्तरायन Movements towards north side (of Sun etc.). संचार सूर्य का 6 महा (1 अयन) उत्तर दिशा की ओर संचार करना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == संबंध : == पंथे पहियजणाणं जह संजोओ हवेइ खणमित्तं। बंधुजणाणं च तहा संजोओ अद्धुओ होई।। —कार्तिकेयानुप्रेक्षा : ८ जैसे मार्ग में पथिकजनों का संयोग क्षणमात्र होता है, वैसे ही बंधुजनों का संयोग अस्थिर है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रतिहरण- pratiharna Providing remedy for the fault. मिथ्यात्व रागादि दोशों का निवारण करना।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भाषा – Bhasha. Language,speech. साधारण बोलचाल को भाषा कहते हैं ” यह अक्षरी, अनक्षरी के भेद से दो प्रकार की होती है “
[[श्रेणी: शब्दकोष]]स्वसंवेदन ज्ञान – Svasammvedana Jnnaaana. The right knowledge about self, another name of Nishchay Mokshmarg (path of salvation). आत्मज्ञान, निश्चय मोक्षमार्ग का अपरनाम।
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == वेषभूषा : == वेषोऽपि अप्रमाण:, असंयमपदेषु वर्तमानस्य। किं परिर्विततवेषं, विषं न मारयति खादन्तम्।। —समणसुत्त : ३५६ (संयम मार्ग में) वेश प्रमाण नहीं है, क्योंकि वह असंयमीजनों में भी पाया जाता है। क्या वेश बदलने वाले व्यक्ति को खाया हुआ विष नहीं मारता ?
[[श्रेणी: शब्दकोष]]स्वर्णकूला कंूट – Svarnakuulaa Kuuta. Name of the 7th summit of Shikhri mountain. शिखरी पर्वतस्थ 7वां कूट।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बाहुतप – Bahutapa. See – PrasaritaBahu Tapa. देखें – प्रसारीत बाहु तप “