तरेसठ शलाकापुरूष चरित्र!
तरेसठ शलाकापुरूष चरित्र Name of a famous saint, the disciple of Acharya Shri Pushpadantsagar Maharaj. चामुण्डराय द्वारा रचित संस्कृत भाषाबद्ध एक रचना (ई.श.10-11)। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
तरेसठ शलाकापुरूष चरित्र Name of a famous saint, the disciple of Acharya Shri Pushpadantsagar Maharaj. चामुण्डराय द्वारा रचित संस्कृत भाषाबद्ध एक रचना (ई.श.10-11)। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बीजरूचि – Bijaruci A type of noble persons who get right faith by knowing bijapadas दर्शनार्य का एक भेद ; बिजपदों के ग्रहणपूर्वक सूक्ष्मार्थ तत्त्वार्थ श्रध्दान को प्राप्त करने वाले बिजरुची कहलाते हैं “.
तपविधा Supernatural powers, sanctified by fasting related to austerity. षष्ठ और अष्टम आदि उपवासों (बेला तेला आदि ) से सिद्ध की गयी विद्याएं ।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
आसन्न मरण Supreme beings, who get salvated in short time. जो साधु संघ से भ्रष्ट हो बाहर निकल गया ऐसे स्वच्छन्द, कुशील व संसक्त साधु का मरण।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्यान – Niryaana. To grt free from worldly tranmigration. संसार पर्यटन से निकल जाना निर्यान कहलाता है “
तदुभयसारी ऋद्धि A type of super natural power. बुद्धि ऋद्धि का एक उपभेद जो बुद्धि नियम अथवा अनियम से एक बीजशब्द को ग्रहण करके उपरिम अधस्तन ग्रंथ को एक साथ जानती है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्मल जल – Nirmala Jala. Pure & holy water of river etc. (an excellence of Lord-Arihant). 14 देवकृत अतिशियोंमें एक अतिशय; तलब आदि का जल निर्मल हो जाना “
तदुभय वक्ताव्यता A type of statement or exposition. वक्ताव्यता के 3 भेदों में एक भेद स्वसमय , परसमय दोनों का निरूपण करके जहां पर समय को दोषमुक्त दिखलाकर स्वसमय की स्थापना की जाती है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
आशीर्विष रस ऋद्धि A type of supernatural power related to cursing one for his death by an angry saint. जिस ऋद्धि के प्रभाव से दुष्कार तप से युक्त मुनि द्वारा ‘मर जाओ’ कहने पर जीव मर जाता है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]