वाचनिक!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वाचनिक – Vaachanika. Which can be expressed in words. वचनों के द्वारा किया जाने वाला या शब्दों में अभिव्यक्त “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वाचनिक – Vaachanika. Which can be expressed in words. वचनों के द्वारा किया जाने वाला या शब्दों में अभिव्यक्त “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पंचसूना – Panchasoonaa. 5 necessary household activities. कूटना, पीसना, चूल्हा जलाना, पानी भरना, झाड़ू लगाना, ये पंचसूना गृहस्थ द्वारा किये जाते हैं “
देशघाती प्रकृति Destroying configurations (i.e. Karmic nature). जो जीव के स्वाभाविक (अनुजीवी) गुणों का एक देश घात करे, देशघाती कर्म प्रकृतियां 26 हैं। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वागभट्ट – Vaagabhatta.: Name of different poets. कवि -1. नेमि निर्वाण काव्य (ई.स. 1075-1125), 2.छंदानुशासन ,काव्यानुशासन के रचयिता (वि.श. 14 मध्यपाद) “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पंचविंशति कल्याण भावना व्रत – Panchavinshati Kalyaana Bhaavanaa Vrata. Twenty five vows (fasting) related to 25 auspicious Sentimentals. सम्यत्त्व, विनय, ज्ञान, शील आदि 25 कल्याण भावनाओं के 25 व्रत “
द्रव्याश्रय Attributes related to matters. गुण जो द्रव्य के आश्रय से रहते हैं। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विसंयोजन –Visamyojana. Transition of higher passions into lower passion-ate form. संक्रमण, अनंतानुबंधी कषाय के द्रव्य को अप्रत्याख्यानादि अन्य कषाय रूप परिणमा देना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पंच भिक्षावृत्ति – Pancha Bhikshaavritti. Five types of food taking conducts of Jaina saints. गोचरी, अक्षमृक्षण, उदराग्नि शमन, गर्तपूरण, भ्रामरी वृत्ति- दिगम्बर जैन साधुओंकी आहारचर्या के यें पांच नाम है”
द्रव्य श्रमण Out wordly saints, See – Dravya Li´ga. देखें – द्रव्य लिंग। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वन्हि – Vanhi.: Fire,A special type of heavenly deities (Laukantik). अग्नि ,ब्रह्मलोक निवासी लौकांतिक देवों का भेद “