पद्मसिंह!
[[श्रेणी: शब्दकोष]] पद्मसिंह: A saint who wrote the bgook Gyansara. ध्यानविषयक ज्ञानसार ग्रन्थ के रचयिता एक मुनि (ई0 1029)।
[[श्रेणी: शब्दकोष]] पद्मसिंह: A saint who wrote the bgook Gyansara. ध्यानविषयक ज्ञानसार ग्रन्थ के रचयिता एक मुनि (ई0 1029)।
[[श्रेणी :शब्दकोष]] यक्ष–Yaksha. A type of peripatetic deities, Demigod. व्यंतर देवों के 8 भेदों में एक भेद; समवसरण में एवं अकृत्रिम जिन प्रतिमा को यक्ष देव 64 चमर ढोरते है” 24 वर्तमान तीर्थंकर भगवंतो के 24 शासन यक्ष क्रमक्ष: इस प्रकार है – 1. गोमुख देव 2.महायक्ष देव 3. त्रिमुख देव 4. यक्षेश्वर देव 5….
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वचन शुद्धि –Vachan Shuddhi Polite & wise speech. पीडादायक , कठोर या असभ्य वचन नहीं बोलना तथा हित मित मधुर वचन बोलना “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बुद्धिल – Buddhila. Name of great Acharya possessing knowledge of 11 Angas & 10 Purvas. वीर निर्वाण के पश्चात् हुए १० पूर्व एंव ११ अंग धारी ११ मुनियों में ९ वें मुनि , अपरनाम बुद्धिलिंग था “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पद्मरागमयी: One of the six circumferences of Sumeru mountain. सुमेरू पर्वत की 6 परिधियों में एक परिधि ।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वचनगुप्ति – Vachangupti.: Controlling of the speech. गुप्ति के 3 भेदों में एक भेद; वचनों को वश में करना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निष्पत्ति – Nishpatti. Origination, Completation, Certainty. जन्म, उत्पत्ति, समाप्ति, पूर्णता “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पद्मनाभ: Past-birth name of Lord Chandraprabhu, Father’s name of Chakravarti, Harishen, Another name of Ramchandraji. पूर्व धातकीखं डमें मंगलावती देश के रत्नसंचय नामक नगर कमे राजा कनकप्रभ का पुत्र, जो कि समाधिपूर्वक वैजयन्त विमान में अहमिन्द्र हुआ यह चन्द्रप्रभु भगवान के पूर्व का दूसरा भव है जिसमें उन्होंने तीर्थकर प्रकृति का बंध किया था…
[[श्रेणी : शब्दकोष]] प्रकृति परोदय – Prakrti Parodaya. Karmic nature which binds in the fruition of other Karmic nature. ऐसी कर्म प्रक्रतियां (११) जिनका पर के उदय में बंध होता हैं “