पुण्यमूर्ति!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पुण्यमूर्ति – Punyamurti. Name of the 13th predestined Teerthankar (Jain- Lord). हरिवंशपुराण के अनुसार १३वें भाविकालीन तीर्थंकर का नाम. त्रिलोकसार के अनुसार इनका नाम ‘निष्पापनाथ’ है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पुण्यमूर्ति – Punyamurti. Name of the 13th predestined Teerthankar (Jain- Lord). हरिवंशपुराण के अनुसार १३वें भाविकालीन तीर्थंकर का नाम. त्रिलोकसार के अनुसार इनका नाम ‘निष्पापनाथ’ है “
गति परिणाम Nature to go upwards (pre-salvation stage). जीव की ऊर्ध्वगति के स्वभाव का एक भेद ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी :शब्दकोष]] यशस्वान–Yashsvan. Name of the 9th Kullar (ethical founder), A type of peripatetic deities, Name of a deity of a summit of Manushottar mountain. वर्तमानकालीन 9वे कुलकर, किंपुरुष व्यंतारो का एक भेद, मानुषोत्तरपर्वतकी पूर्व दिशा के वैडूर्य कूट का निवासी एक देव”
गणधर कीर्ति Disciple of Acharya kuvalayachandra. ई. सन् ११३२ में आचार्य कुवलययन्त्र के शिष्य ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वैराग्गसार –Vairaggasara Name of a treatise written by Subhadracharya. सुभाद्रचार्य द्वारा रचित (ई. श. ११ – १२) अपभ्रंश भाषा का एक ग्रंथ “
एकभक्त Single dieting (in specified morning time). जैन साधु का एक मूलगुण- सूर्योदय के तीन घड़ी पश्चात् और सूर्यास्तकाल से तीन घड़ी पहले दिन में जीवन पर्यंत विधिपूर्वक एक ही बार आहार ग्रहण करना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
गजदन्त Mountains having the shape of elephant teeth. विदेह क्षेत्र में सुमेरू पर्वत की चारों दिशाओं में सुमनस, विद्युतप्रभ, माल्यवान, गंधमादक नामक चार गजदंताकार पर्वत ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] पृतना – Prtana. A part of army including number of chariots, elephants etc. अक्षौहिणी सेना का एक अंग ” इसमें २४३ रथ, २४३ हाथी, १२१५ प्यादे और १२१५ घुड़सवार होते हैं “
एकतत्व Unity, Harmony, Sameness, Solitude. एकता , सदृशता , बराबरी, अकेलापन।[[श्रेणी:शब्दकोष]]