नीचदेव!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नीचदेव – Neechadeva. A type of low deities. किल्विष आदि निम्न जाति के देव “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नीचदेव – Neechadeva. A type of low deities. किल्विष आदि निम्न जाति के देव “
दुःखरूप Irksome, Troublesome, Distressing. हिंसादि पाप दुःख के कारण होने से दुखरूप कहलाते हैं। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शिल्पकर्मार्य – Shipakarmaarya. A type of Aryas having professional job according to caste. सावद्य कर्मार्य के 6 भेदों में एक भेद; धोबी, नाई, लुहार, कुम्हार, सुनार आदि शिल्प कर्मार्य हैं “
दिव्याष्टगुण Eight virtues of salvated one. सिद्ध परमेष्ठी के 8 गुण अनंतज्ञान, अनंतदर्शन, अव्याबाधत्व, सम्यक्त्व, अवगाहनत्व, सूक्ष्मत्व, अगुरूलघुत्व , अनंतवीर्य ।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वचन पथ – Vachan Patha.: Theory of different view points. वचन मार्ग; कहने के जितने मार्ग है उतने ही नयवाद अर्थात नय के भेद हैं “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निष्पाप – Nishpaapa. Sinless, Name of the 13th predestined Tirthankar(Jaina Lord). समस्त पापों से रहित, 13 वें भाविकालीन तीर्थंकर का नाम “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वक्तृत्व – Vaktratva: Eloquence ,Art of fluent speech . वक्तापन ,भाषण “
[[श्रेणी :शब्दकोष]] यक्षिला – Yakshila. Name of the chief Aryika (Ganini)in the assembly of Lord Aranath. तीर्थंकर अरनाथ के संघ की 60 हजार आर्यिकाओ में गणिनी आर्यिका”
दानांतराय A type of obstacle related to donation. अंतराय के पाँच भेदों में से एक जिसके उदय से मनुष्य दान देने की इच्छा करता हुआ भी नहीं दे पाता है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]