वीरनंदि!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वीरनंदि –Virananndi Name of aAcharya of Nandi group. नंदीसंघ देशीयगण के एक आचर्य, आचारसार आदि ग्रंथो के कर्ता “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वीरनंदि –Virananndi Name of aAcharya of Nandi group. नंदीसंघ देशीयगण के एक आचर्य, आचारसार आदि ग्रंथो के कर्ता “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बलवान्- शक्तिशाली, सामथ्र्यवान; कर्म को भी बलवान् संज्ञा है। Balavan- Powerful, strong
[[श्रेणी: शब्दकोष]] पदगोष्ठी : Grammatical discussion. वैयाकरणों के साथ व्याकरण संबंधी चर्चा।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वैनयिकॠध्दि –VainayikiRddhi A type of supernatural power obtained through superme reverence for scriptures. प्रज्ञाश्रमण ॠध्दि के ४ भेदों में एक भेद, द्वदशांग श्रुत की योग्य विनय करने से उत्पन्न होने वाली ॠध्दि “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बालचारित्र- आत्म स्वभावसे विपरीत बहुत प्रकार के चारित्र को आचरना। Balacaritra- conduct of a wrong believer
[[श्रेणी: शब्दकोष]] पण्हसवण:Another name Dharsenacharya. धरसेनाचार्य का ही दूसरा नाम , क्योकि प्रज्ञाश्रमण का प्राकुत रूप पण्हसवण है।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विरशासन जयंती व्रत –VirasasanaJayanintiVrata. A vow (fasting) on Shravan Krishna. 1, the first auspicious day on which the resonant preaching (DivyaDhvani) of Lord Mahavira was delivered. भगवन महावीर की दिव्यध्वनी की प्रथम तिथि श्रावण कृ.१ उपवास करना ” ‘ॐ’ ह्रीं श्री महावीरराय नम:’ इस मंत्र का जाप्य करना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बन्ध सान्त- जि कर्म प्रकृतियों का बंणना आगे के लिए रुक गया है। Bandha Santa- binding of karmas with end
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पक्षाभास: Fallacious arguments. मित्याप्रक्ष -इष्ट, असक्ष् िऔर अबाधित इन विषेषणो से विपरीत अनिष्ट, सि़द्व व बाधित पक्षाभास है।
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मुमुक्षु–Mumukshu. Those desirous of salvation or liberation. मोक्ष की इच्छा करने वाले भव्य जीव” समयसार में निर्ग्रन्थ दिगंबर मुनिओ को मुमुक्षु कहा है”