चमू!
चमू A division of army. सेना का एक अंग . इसमें ७२९ रथ , इतने ही घोड़े , ३६४५ प्यादे और इतने ही घुड़सवार सैनिक होते हैं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
चमू A division of army. सेना का एक अंग . इसमें ७२९ रथ , इतने ही घोड़े , ३६४५ प्यादे और इतने ही घुड़सवार सैनिक होते हैं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सम्यगवघिज्ञान – Samyagavadhigyaana. Right clairvoyance. जो ज्ञान वस्तु के स्वरुप को न्यूवता रहित, अधिकता रहित, विपरीतता रहित, सन्देह रहित, जैसा का तैसा जानता है उसे सम्यज्ञान कहते है। अथवा वस्तु स्वरुप को यथार्थ रुप से जानना।
गुरुमूढ़ता Belief in false preceptor of spiritual teachers. हिन्सादि पाप क्रियाओं में एवं आरम्भ परिग्रह में लिप्त रहने वाले साधुओं को गुरु मानकर उनकी भक्ति , वंदना , प्रशंसा आदि करना ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
चेतन Sentient being, Rational, Psychical, Conscious. अनुभवरूप भाव का नाम चेतन है अथवा जाने वाला आत्मा , जीव ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्त्री संसर्ग – Stri Samsarga. Sexual intercourse.पुरुष का स्त्री के साथ संभोग करना।
चतुर्मुख देव A writer who wrote ‘Padupachasi’ & ‘Harivanshpuran’. फ्दुपचासी एवं हरिवंश के कर्ता ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] समुद्र – Samudra. Ocean, sea (one of the dreams of Lord’s & Bharat chakralvatis mother). सागर। तीर्थकरो की माता एवं भरत चक्रवर्ती की माता (यषस्वती) के स्वप्नों मे एक स्वप्न।
चतुर्दशी व्रत A type of devotional prayer. १४ वर्ष तक परतमॉस की दोनों चतुर्दशियों को १६ प्रहार का उपवास करना ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सत्कर्म – Satkarma. Good deeds, a composition composed by Acharya Virsen on Shatkhandagam treatise. अच्छे कर्म, आचार्य वीरसेन (ई. 770-827) द्वारा रचित प्राकृत षट्खण्डागम का अतिरिक्त अधिकार “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विहार –Vihara. Movement of Jaina saints on foot from one place to another. गमन, एक स्थान पर रहने से राग बढ़ता है इसलिए जैन साधु विहार करते हैं ” वर्षायोग के अतिरिक्त अधिक काल एक स्थान पर नहीं ठहरते “