द्रव्यस्तव!
द्रव्यस्तव Physical praising, act of eulogy. स्तुति ; शुभ लक्षणों से युक्त 24 तीर्थंकरों के शरीर की छवि का कीर्तन करना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
द्रव्यस्तव Physical praising, act of eulogy. स्तुति ; शुभ लक्षणों से युक्त 24 तीर्थंकरों के शरीर की छवि का कीर्तन करना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शिविका – Shivikaa. A palanquin. पालकी; जो मनुष्यों के द्वारा उठाकर ले जायी जाती वह शिविका कहलाती है, तीर्थंकरों के दीक्षावन जाने के लिए देवों द्वारा स्वर्ग से पालकी लायी जाती है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नीलोत्पला – Neelotpalaa. Name of a beloved female deity of indras. उत्तरेन्द्रों की एक प्रधान वल्लभिका “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भव्यत्वाभिव्यक्ति – Bhavyatvabhivyakti. Exposition of the worthiness (for salvation) of one. जीव का वह स्वभाव जिससे सम्यक्त्व की अभिव्यक्ति होती है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नीचोपपाद देव – Neechopapaada. A type of peripatetic celestials. एक प्रकार की व्यंतरजातीय देव “
द्रव्यविचिकित्सा Physical disgust (pertaining to excreta etc.) विष्ठा आदि पदार्थों में ग्लानि का होना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निसृष्टार्थ – Nisrishtaartha. Best message conveyor. संदेशवाहक सर्वश्रेष्ठ दूत, कार्य में सफलता प्राप्त करना इसका उद्देश्य रहता है “
द्रव्य प्रतिक्रमण Reading Pratikraman Dandak etc. religious key lessons is called Dravya Pratikraman. गौतम गणधर द्वारा रचित प्रतिक्रमण दण्डक आदि सूत्र पाठ पढ़ना द्रव्यप्रतिक्रमण है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वचन प्रयोग कर्म – Vachan Prayoga karma.: A type of Prayoga karma (Pertaining to speech). प्रयोग कर्म के 3 भेदों में एक – जो संसार अवस्था में स्थित जीवों के और सयोग केवलियों के होता हैं “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भक्त – Bhakta. A devout, a devotee, a pious person, Some-thing divided or separated. धार्मिक, धर्म या धर्मगुरु के प्रति समर्पित व्यक्ति, गणित की भागाहार विधि में भाज्य राशी को भागहार द्वारा भक्त किया गया कहते हैं “