ग्रन्थ!
ग्रन्थ A literary composition, treatise, A knot, Posses- sions (external, internal). गणधर देव से रचा गया द्रव्यश्रुत ग्रन्थ कहा जाता है . गाँठ , बंध , परिग्राही; अन्तरंग , बहीरंग के भेद से दो प्रकार का है ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
ग्रन्थ A literary composition, treatise, A knot, Posses- sions (external, internal). गणधर देव से रचा गया द्रव्यश्रुत ग्रन्थ कहा जाता है . गाँठ , बंध , परिग्राही; अन्तरंग , बहीरंग के भेद से दो प्रकार का है ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] मध्यम असंख्यात – Madhyam Asankhyata. A mathematical term. एक गणितीय पद ” देखें – मध्यम अनंत “
चर ज्योतिष्क लोक Universe (reg. astral), space for wandering astral deities. मनुष्य लोक . ढाई द्वीप के ज्योतिष्का देव मेरु से ११२१ ईओओजन दूर रहकर उसके चारों ओर घूमते रहते हैं . इसके बाहर वे ज्योतिष्का देव गमन नहीं करते ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] मधुक्रीड – Madhukrida. Name of the 5th pratinarayan. 5 वें प्रतिनारायण का नाम( अपरनाम – निशुम्भ ) “
ईर्यापथकर्म Flow of non – binding Karmas. योग से जिन कर्मों का आस्रव होता है पर बंध नहीं होता अगले भव में बिना फल दिये ही झड़ जाते हैं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
चक्ररत्न A divine circular weapon (Chakra) possessed by Chakravarti (emperor) etc. as a jewel. सुदर्शनचक्र; जो चक्रवर्ती व अर्द्धचक्रवर्ती के होता है ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] मत्यज्ञान – Matyagyana. Wrong sensory knowledge. कुमतिज्ञान , मिथ्याद्रष्टि जीव के कुमतिज्ञान होता है”
चंद्रोदय A book written by Acharya Prabhachandra. आचार्य प्रभानन्द नं . ३(ई. ७९७) कृत एक ग्रन्थ ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] मणि (कूट) – Mani (kuta). Name of the summits of Kundal & Ruchak mountains, Name of a summit and protecting deity of Shikhari Mountain. कुंडल व रुचक पर्वत पर स्थित एक कूट का नाम, शिखरी पर्वत पर स्थित एक कूट वरक्षक देव का नाम “
देवविमान Space vehicles of deities. देवों के विमान, तीर्थंकर की माता के 16 स्वप्नों में 13 वां स्वप्न जिसका फल यह होता है कि उत्पन्न होने वाला ‘जीव स्वर्ग से अवतीर्ण होगा। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]