सात भय!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सात भय – Saata Bhaya. Seven kinds of fears. इहलोक, परलोक, अरक्षा, अगुप्ति, मरण, वेदना और आकस्मिक भय ये सात भय है
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सात भय – Saata Bhaya. Seven kinds of fears. इहलोक, परलोक, अरक्षा, अगुप्ति, मरण, वेदना और आकस्मिक भय ये सात भय है
[[श्रेणी:शब्दकोष]] र – देवनागरी लिपि का सत्ताईसवां व्यंजन अक्षर, इसका उच्चारण स्थान जीभ से अगले भाग की मूर्धा को स्पर्ष करने से होता है। Ra-The 27th consonant of the devanagari syllabary
झूठ- मर्मच्छेदी पुरूषवचन, उद्वेगकारी कटुवचन, वैरोत्पादक, भयोत्पादक, तथा अवज्ञाकारी वचन इस प्रकार के वचन अप्रिय हैं तथा हास्य भीति लोभ क्रोध द्वेष इत्यादि कारणों से बोले जाने वाले वचन सब झेठ (असत्य) हैं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बुधजन – Buddhajana. Name of a pandit who wrote Tattvarth Bodh, Panchastikaya Bhasha etc many books. तत्वार्थ बोध , पञ्वास्तिकाय भाषा, बुधजन विलास, बुधजन सतसई आदि के कर्ता जयपुर निवासी एक पण्डित का नाम “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] मनुष्यलोक- Manushya Loka. Human universe. देखें – मनुष्य क्षेत्र “
एलेय A king of Hari dynasty. हरिवंश के राजा दक्ष का पुत्र, अंत में दीक्षा धारण की।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] योगचंद्र – ई ष 12 में योगसार के कत्र्ता एक दिगम्बर का नाम। Yogacamdra-Name of a Digambar acharya who wrote a book ‘Yogsar’
उभयबंधी प्रकृति A type of Karmic nature having bilateral bindings. जिस प्रकृति का बंध सान्तर-निरन्तर अथवा सप्रतिपक्षी और निष्प्रतिपक्षी होता है उसे उभयबन्धी प्रकृति कहते हैं। जैसे देवगति आदि।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सचेलता – Sachelataa. To be clothed or covered with cloth. वस्त्र सहित होना अर्थात् सावरण होना “
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हेयउपादेयबुद्वि – Heyaupaadeyabuddhi. Mentality of acceptance & non-acceptance of matters in a Samyagdrishti. सम्यग्दृष्टि द्वारा तत्वों मे हेय (छोड़न)े और उपादेय (ग्रहण करने योग्य) रुप मान्यता या रुचि।