विजयमित्र!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] विजयमित्र – Vijayamitra.: Name of the 32nd chief disciple of Lord Rishabhdev. तीर्थंकर ऋषभदेव के 32वें गणधर “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] विजयमित्र – Vijayamitra.: Name of the 32nd chief disciple of Lord Rishabhdev. तीर्थंकर ऋषभदेव के 32वें गणधर “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सदभाव स्थापना – Sadbhaava Sthaapanaa. Installing right imagination of something in an artificial form. तदाकार स्थापना, जिसका जैसा आकार अथवा रुप हो वैसा ही उसकी मूर्ति मे संकल्प अथवा संकल्पना करना।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रोटतीज व्रत – त्रिलोक तीजव्रत भादो सुदी तीज के दिन विषेश विधि से किया जाने वाला व्रत जिसमें रोट बनाकर भगवान के सम्मुख चढाया जाता है। Rotatija Vrata-A type of vow or fasting
[[श्रेणी:शब्दकोष]] विजय – Vijaya.: Victory,Name of the governing demigod of Lord Suparshvanath,Name of the first Balbhadra,Name of an Anuttar heavenly abode. जीत,भगवान चन्द्रप्रभु का शासन देव ,प्रथम बलभद्र ,एक अनुत्तर विमान “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] मंखली:A prapogator of falsehood. अपरनाम. मस्करीयापूरनकश्यप द्य भाव संग्रह ग्रंथ के अनुसार ये पहले दिगम्बर मुनि थे पुनःभगवान महावीर के समवशरण से बाहर निकल कर इन्होंने अज्ञान मत का प्रचार किया ।
तीस चैबीसी व्रत A type of vows to be observed for particular 720 days in the reverence of 720 Tirthankars (Jaina-Lords) of past, present & future time related to five Bharat & five Eravat Kshetra. ढाई द्वीप संबधी पांच भरत एवं पांच ऐरावत क्षेत्र के वर्तमान भूत, भविष्यत्काल संबंधी 24-24 तीर्थंकरों के कुल 720 तीर्थकरों…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] विक्रांत – Vikraanta.: Courageous, victorious. साहसी ,विजेता “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] विकलप्रत्यक्ष –Vikalapratyaksha.: Self revealed knowledge (without the aid of sense organs)like clairvoyance,telepathy. जो ज्ञान रूपी पदार्थ को बिना किसी की सहायता से स्पष्ट जानता है “अवधिज्ञान व मनःपर्ययज्ञान विकल प्रत्यक्ष ज्ञान है “
घाटा The 6th Patal (layer) of the 4th hell. चौथे नरक का छठा पटल ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भ्रामरीवृत्ति:See – Bhramarahara. देखें – भ्रमराहार “