मणिकेतु!
[[श्रेणी: शब्दकोष]] मणिकेतु – Maniketu. The name of a very small comet & of a deity. एक बहुत छोटा पुच्छल तारा , एक देव जिसने स्वर्ग में की गई प्रतिज्ञानुसार युक्ति पूर्वक सगर चक्रवर्ती के पास जाकर उन्हें वैराग्य धारण कराया था “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] मणिकेतु – Maniketu. The name of a very small comet & of a deity. एक बहुत छोटा पुच्छल तारा , एक देव जिसने स्वर्ग में की गई प्रतिज्ञानुसार युक्ति पूर्वक सगर चक्रवर्ती के पास जाकर उन्हें वैराग्य धारण कराया था “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] पोन्न – Pona. A Kannad poet who wrote ‘shanti Purana Jinakshra Male. शांति पुराण जिनाक्षर माले के रचयिता एक कन्नड़ कवि (ई. ९७२) “
गृहस्थाश्रम The life of householder leading worldly life. चार आश्रमों में एक; इस आश्रम में विवाह के बाद गृहस्थ समाज सेवा के कार्यों में प्रवृत्त होता है ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] परंपरा बंध Continuity of binding of Karmas.ब्ंाध की निरन्तरता का नाम बंध परम्परा है।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विवेक – Viveka. Prudence, Conscience, Judgement, Discretion. जिसमें राग हो ऐसे अन्न-पान आदि का त्याग करना दोषोंत्पाद्क द्रव्यादिकों का मन से अनादर करना, भले-बुरे का ज्ञान “
चंदनाचारित्र Name of a book. चंदना के चारित्र पर आधारित एक ग्रन्थ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] पन्नग:A type of super knowledge, A type of deities of Nagkumar kind. एक प्रकार की विद्या, नागकुमार जाति के देव।
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == वीतरागी : == कामानुगृद्धिप्रभवं खलु दु:खं, सर्वस्व लोकस्य सदेवकस्य। यत् कायिकं मानसिकं च किंचित् , तस्यान्तकं गच्छति वीतराग:।। —समणसुत्त : ७६ सब जीवों का, और तो क्या देवताओं का भी जो कुछ कायिक और मानसिक दु:ख है, वह काम—भोगों की सतत अभिलाषा से उत्पन्न होता है। वीतरागी उस…
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == मुक्ति-मार्ग : == सम्यग्दर्शनज्ञानचारित्राणि मोक्षमार्ग:। —तत्त्वार्थ सूत्र : १-१ सम्यग्दर्शन, सम्यग्ज्ञान और सम्यग्चारित्र—यही मोक्ष का मार्ग है।