परस्त्री व्यसन त्याग!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] परस्त्री व्यसन त्याग:Renunciation of prostitution.परस्त्री सेवन (7 व्यसनों में एक व्यसन) का त्याग।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] परस्त्री व्यसन त्याग:Renunciation of prostitution.परस्त्री सेवन (7 व्यसनों में एक व्यसन) का त्याग।
दांडीक A country of Bharat Kshetra in south Arya Khand (region). भरत क्षेत्र के दक्षिण आर्य खण्ड का एक देश। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पर समय उपक्रम:A type of Upakrama- a pursuance in accordance with natual matters.उपक्रम का एक भेद।
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मृदंग–Mradng. A drum, a double drum. एक मांगलिक वाघ; इसका खोल मिट्टी से निर्मित होने के कारण इसे मृदंग कहते है”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शर – Shara. An arrow, Name of a king of Kuru dynasty. बाण, तीर, कुरुवंश का एक राजा “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] परलोक:Alien world- heaven, supreme place of salvation.उत्कृठचिदानंद शुद्व स्वभावी आत्मा का लोक। व्यवहारनय से स्वर्ग मोक्ष को परलोक कहते हैं।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] राजमल सत्यवाक्य – ई 816 – 830 के एक राजा का नाम।इनके राज्यकाल में ही आचार्य विद्यानंदी नं 1 के द्वारा आप्त परीक्षा प्रमाणपरीक्षा युक्त्यानुषासन गंरथ लिखे गए। Rajamalla Satyavakaya-Name of a king
[[श्रेणी:शब्दकोष]] राजमती विप्रलंभ – पं आषाधर द्वारा रचित एक संस्कृत गं्रथ।विशय – नेमिराजुल संवाद। Rajamati vipralambha-A book written by pandit Ashadharji
ऋषिदास An Anuttaropapadak, who takes birth in the space craft (Anuttar) in the era of Lord Mahavira. भगवान महावीर के शासन में अनुत्तर विमान में जन्म लेने वाले मुनि।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सामान्य – Saamaanya. General, common, ordinary, normal. समान अर्थात् एकता का भाव सामान्य है। द्रव्य, सामान्य, उत्सर्ग, अनुवृत्ति, सत्ता, सत्व, सत् अन्वय, वस्तु, अर्थ, विधि, अविशेष ये सब एकार्थवाचक शब्द है।