मिश्रश्रद्धा!
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मिश्रश्रद्धा–Mishrashraddha. To have right & wrong reverence or devotion. एक ही समय में तत्त्व और अतत्त्व दोनों पदार्थो की श्रद्धा होना” अर्थात् सम्यक मिथियात्व रूप मिला हुआ श्रद्धान”
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मिश्रश्रद्धा–Mishrashraddha. To have right & wrong reverence or devotion. एक ही समय में तत्त्व और अतत्त्व दोनों पदार्थो की श्रद्धा होना” अर्थात् सम्यक मिथियात्व रूप मिला हुआ श्रद्धान”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] युक्तिर्चितामणि सत्व – आचार्य सोमदेव कृत एक न्याय विशयक गरंथ। Yukticimtamani sattva-name of a book written by acharya somdev
[[श्रेणी:शब्दकोष]] भूषणांग जाति कल्प वृक्ष:A type of wish fulfilling tree (related to providing ornaments). 10 प्रकार के कल्प वृक्षों में एक वृक्ष का नाम; जोआभूषण प्रदान करतेहैं।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] युगादि पुरूष – कुलकर, युग के आदि में होने से इन्हेही युगादि पुरूश कहते है ये मुख्यत 14 होते है। Yugadi Purusa-The great personalities (Kulkars) in the beginning of the era
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == समानता : == म्रियतां वा जीवतु वा जीव:, अयताचारस्य निश्चित हिंसा। प्रयतस्य नास्ति बन्धो, हिंसामात्रेण समितिषु।। —समणसुत्त : ३८८ जीव मरे या जीये, अयतनाचारी को हिंसा का दोष अवश्य लगता है। किन्तु जो समितियों में प्रयत्नशील है, उससे बाह्य हिंसा हो जाने पर भी उसे कर्मबंध नहीं होता।…
द्वूयंग नमस्कार Greeting, to pay reverence with folding and bending hands. दोनों हाथों को जोड़कर नमस्कार करना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
ऐशानी A type of great knowledge or study. एक महाविद्या यह विधा रावन को प्राप्त थी।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
द्रव्य संसार Physical world. जिसमें जीव पुद्गल परमाणुओं को अनंत बार शरीर और कर्मरूप से ग्रहण तथा विसर्जन करता है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]