भाव – मान – कषाय विवेक!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भाव – मान – कषाय विवेक – Bhav –Man-Kasay vivek. Psychical wisdom. मन के द्वारा अभिमान को छोड़ना “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भाव – मान – कषाय विवेक – Bhav –Man-Kasay vivek. Psychical wisdom. मन के द्वारा अभिमान को छोड़ना “
टंक Man made water reservoirs etc, Name of a commentator of Vedic literature. शिलामय पर्वतों में उकीरे गये वापी, कुआ , तालाब और जिनधर आदि टंक कहलाते हैं। वेदांत साहित्य के एक टीकाकार द्रविसडाचार्य टंक।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
आप्ताज्ञा Scriptural texts, preaching of the omniscient Lord. आगम जिसके द्वारा समस्त अनंत धर्मों से सहित समस्त जीव अजीव आदि पदार्थ जाने जाते हैं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भाजित – Bhajita. Divided, Dividation. भाग देना, भागहार विधी में भाज्य राशि को भागहार द्वारा भाजित किया गाया कहते हैं “
आचारवर्द्धन व्रत A type of vow. एक प्रकार का व्रत जिसमें सौ दिन उपवास एंव उन्नीस पारणा शामिल हैं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] पौराणिक – Pauranika. Mythological, Mythical, Fabulous (pertaining to events etc.). इतिहास प्रसिध्द या पुराणों से संबध्द घटनाएं आदि “
इंद्रजीत The son of Ravana. रावण के पुत्र जो बड़वानी से मुक्त हुए।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] मनुपुत्रक – Manuputraka. A kind of Vidyadhar dynasty. आर्य विद्याधरों की 8 उत्तर जातियों में एक जाति , जो मानस्तम्भ के निकट बैठते हैं , लाल वस्त्रों एवं मणियों के आभूषणों से युक्त होते हैं “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] श्रीचंद्र – Shreechandra. Name of a king of Kuru dynasty, The 6th predestined Balbhadra. कुरुवंशी एक राजा, मंदर का पुत्र एवं सुप्रतिष्ठ राजा का पिता जो अंत में सुमंदर यति से दीक्षा ले मुक्ति गये ” आगामी छठा बलभद्र, महापुराण में इन्हें 9वां बलभद्र कहा है “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] परंपरोपनिधा: A sequence related to gradation.श्रेणी प्ररूपणा-जहा पर दुगुणत्व और चतुर्गुणत्व आदि की परीक्षा की जाती है।