दश सहस्त्र!
दश सहस्त्र 10,000, Ten thousand.दस हजार ।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वचननिर्विष ऋद्धि – Vachananirvisha Riddhi. A type of super natural power causing something poisonous into poisonless. ऋद्धि का एक भेद ; जिसके प्रभाव से रोग और विष से युक्त जीव या भोजन भी ऋषि – वचन द्वारा निर्विष हो जातें है “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भक्तप्रत्याख्यान – Bhaktapratyakhyana. Abandonment of food gradually for an auspl-cious & holy death. समाधिमरण; जिसमें शास्त्रोक्त विधि से क्रमशः आहार का त्याग किया जाता है इसका जघन्य काल अन्तंर्महूर्त एंव उत्क्रष्टकाल १२ वर्ष है “
दर्शनार्य A kind of noble persons with right perception. ऋद्धि प्राप्त आर्य के 5 भेदों में एक भेद सम्यग्दृष्टि मनुष्य दर्शनआर्य होते हैं। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वक्कज –Vakkaja : A kind of cloths made by bark etc . वस्त्र के 5 भेदों में से एक ;वृक्ष या बेल आदि की छाल से उत्पन्न वस्त्र “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विमर्श – Vimarsha. Consideration, Discussion, Consultation. सोच – विचार, विचार विनिमय करना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वंचन –Vanchan.: Name of a Patal(layer) of Saudharm Ishan heaven . सौधर्म ईशान स्वर्ग के 31 स्वर्ण पटलों में 11वां पटल इसका अपर नाम चंचत और चंचल भी है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निषिद्धिका – Nishiddhikaa. A type of striptural knowledge (Shrutgyan). श्रुतज्ञान में अंगबाह्य का 14 वां विकल्प ” इनमें बहुत प्रकार के प्रायश्चित का वर्णन किया गया है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शिखरी – Shikharee. Having to do with summit or a peak, Name of a mountain of jambudvip (island). जिसके शिखर अर्थात कूट हो उसकी शिखरी संज्ञा है, जम्बूद्वीप का छटा कुलाचल, यह पर्वत हेममय है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निश्चल चित्त – Nishchal Chitta. Absolute concentration on the soul. सर्व द्रव्यों में रागद्वेष का अभाव तथा आत्मस्वरूप में लीन रहना “