बहुविध!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बहुविध- मतिज्ञान का एक भेद; बहुत प्रकार के अलग-अलग पदार्थो का ज्ञान होना। Bahuvidha- A type of sensory knowledge pertaining to many objects
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बहुविध- मतिज्ञान का एक भेद; बहुत प्रकार के अलग-अलग पदार्थो का ज्ञान होना। Bahuvidha- A type of sensory knowledge pertaining to many objects
दश धर्मध्यान Ten types of religious observances. अपाय विचय, उपाय विचय, विपाकविचय, विराग विचय, लोक विचय, भवविचय, जीव विचय, आज्ञा विचय , संस्थान विचय और संसार विचय ये 10 धर्मध्यान है (प्रतिक्रमण ग्रन्थत्रयी से)। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संख्या – Sankhyaa. Numbers or meaningful numbers, One of the eight Anuyogdvars (disquisition doors). गिनती, सत् प्ररूपणा में जो पदार्थों का अस्तित्व कहा गया है, उनके प्रमाण का वर्णन करने वाली संख्या हैं ” जीवादि पदार्थों के भेदों की गणना, यह 8 अनुयोग द्वारों में दूसरा अनुयोग द्वार है “
आनुपूर्वी नामकर्म प्रकृति A type of Karmic nature causing same shape of the soul-points of beings as the shape of their previous birth. जिसके उदय से विग्रहगति में आत्म प्रदेशों का आकार पिछले (छोडे़ हुए) शरीर के आकार का हो।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बंधोत्सरण- उत्कर्षण; स्थिति बंध को बढाकर एक एक अन्ततर्मुहुर्त तक समान बंध करना। Bandhotsarana- Bond progression
दण्डरत्न One of the 14 jewels of Chakravarti. 14 रत्नों में एक रत्न चक्रवर्ती का एक निर्जीव रत्न । यह सेना के आगे चलता है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रेस्य प्रयोग- देषव्रत का एक अतिचार; मर्यादा के बाहर सेवक को भेजकर काम कराना। Presya prayoga- A type of violation, to do something out of limit
दत्ति कर्म Some religious duties of householders. गृहस्थों का कर्तव्य । चार तरह का दान देना। पात्रों को भक्ति से एंव दुखियों को दया से। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] षोडशकारणधर्म चक्रोद्धारयंत्र – Sodashakaaranadharma Cakroddhaarayantra. A type of metallic plate engraved with some auspicious mystical diagrams & words. षोडशकारण धर्म संबंधित अक्षर-मंत्रों से एवं विभिन्न रेखाकृतियों से चित्रित यंत्र “