धर्मकर्ता!
धर्मकर्ता The propagators (Omniscient, Preceptors) of the religion (reg. salvation). सर्वज्ञदेव, गणधर, आचार्य धर्म के कर्ता कहलाते हैं। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
धर्मकर्ता The propagators (Omniscient, Preceptors) of the religion (reg. salvation). सर्वज्ञदेव, गणधर, आचार्य धर्म के कर्ता कहलाते हैं। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
गुप्तिऋद्धि Name of a disciple of Guptishruti. गुप्तिश्रुति के शिष्य तथा शिवगुप्ति के गुरु थे . समय-ई.२ 3।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
धरणानंद Name of the second Indra of Nagkumar deities. भवनवासी नागकुमार देवों का द्वितीय इन्द्र, अधोलोक में प्रथम पृथ्वी के खर भाग में इनके भवन है।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
गुणिदेश The residence of a substance. गुणी द्रव्य का देश; यह एक वस्तु के अनेक धर्मों की अभेदवृत्ति है ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] मक्खन:- Makkhana. Butter. नवनीत ; 22 अभ्यक्षों में एक अभ्य्क्ष (दूध या दही से मक्खन निकलने के एक मुहर्त पश्चात्त्र स जीवों की उत्पत्ति होने के कारण अभयक्ष कहलाता हैं ) “
धनपालक The 60th chief disciple of Lord Rishabhdev. भगवान ऋषभदेव के 60 वें गणधर का नाम।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] ब्रात – Brata. A king of kuru dynasty. कुरुवंश की प्रथम वंशावली का एक राजा “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सप्तद्वीपिक भूगोल – Saptadveeepika Bhuugola. Geography of seven particular islands on the earth which are interrelated to one another (according to Vedic geography). वैदिक भूगोल जिसके अनुसार पृथिवी पर जम्बू, प्लक्ष, शाल्मल, कुश, शाक और पुष्कर ये 7 द्वीप है। तथा लवगोद, इक्षुरस, सुरोद, सर्पिस्सलिल, दधितोय, श्रीरोध और स्वादुसलिल ये 7 समुद्र जो चूड़ी…
[[श्रेणी : शब्दकोष]] पृथिवि (नरक) – Prthivi (Naraka). Earths of 7 Hells. सात नरकों की सात पृथिवियाँ “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सन्निधिकरण – Sannidhikarana. Drawing near, visionary installation of lord in heart while worshipping. सम्मुख या निकट होना सन्निधिकरण है। पूजा करते समय उपसाय को अपने हृदय मे बिठाना सन्निधिकरण कहलाता है। पूजा के 5 अंगो मे तीसरा अंग है।