पंचाग्नि तप!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पंचाग्नि तप – Panchaagni Tapa. A type of austerity related to five types of fire. बालतप (मिथ्यातप); तापस 5 अग्नियों के मध्य बैठकर यह तप करते हैं “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पंचाग्नि तप – Panchaagni Tapa. A type of austerity related to five types of fire. बालतप (मिथ्यातप); तापस 5 अग्नियों के मध्य बैठकर यह तप करते हैं “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वाचनिक – Vaachanika. Which can be expressed in words. वचनों के द्वारा किया जाने वाला या शब्दों में अभिव्यक्त “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पंचसूना – Panchasoonaa. 5 necessary household activities. कूटना, पीसना, चूल्हा जलाना, पानी भरना, झाड़ू लगाना, ये पंचसूना गृहस्थ द्वारा किये जाते हैं “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रामायण जैन – ई सन् 1275 में एक कन्नड कवि कुमुदेन्दु द्वारा रचित एक ग्रंथ। Ramayan (jaina)-A religious treatise written by kannad poet Kumudendu
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वागभट्ट – Vaagabhatta.: Name of different poets. कवि -1. नेमि निर्वाण काव्य (ई.स. 1075-1125), 2.छंदानुशासन ,काव्यानुशासन के रचयिता (वि.श. 14 मध्यपाद) “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पंचविंशति कल्याण भावना व्रत – Panchavinshati Kalyaana Bhaavanaa Vrata. Twenty five vows (fasting) related to 25 auspicious Sentimentals. सम्यत्त्व, विनय, ज्ञान, शील आदि 25 कल्याण भावनाओं के 25 व्रत “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रूजा – वेदना रोग, पीडा संताप। Ruja-Illness, Infraction, Pain, Trouble
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विसंयोजन –Visamyojana. Transition of higher passions into lower passion-ate form. संक्रमण, अनंतानुबंधी कषाय के द्रव्य को अप्रत्याख्यानादि अन्य कषाय रूप परिणमा देना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पंच भिक्षावृत्ति – Pancha Bhikshaavritti. Five types of food taking conducts of Jaina saints. गोचरी, अक्षमृक्षण, उदराग्नि शमन, गर्तपूरण, भ्रामरी वृत्ति- दिगम्बर जैन साधुओंकी आहारचर्या के यें पांच नाम है”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रूचकवर पर्वत – मध्य लोक के 13 द्वीप का कुण्डलाकार पर्वत इस पर कुल 44 कूट है पूर्वादि दिषा में 8 – 8 कूट हैं जिन पर दिक्कुमारी देवियां रहती है।जो भगवान की माता की सेवा में जन्म कल्याणक के समय आती है। अभ्यंतर भाग में चार सिद्ध कूट है। Rucakavara parvata-name of a…