लेप्यकर्म!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लेप्यकर्म – lepyakarm.: Preparing statues by soil , sand , grass etc. त्रण , बालू , मिट्टी आदि से प्रतिमायें निर्मित करना लेप्यकर्म कहा जाता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लेप्यकर्म – lepyakarm.: Preparing statues by soil , sand , grass etc. त्रण , बालू , मिट्टी आदि से प्रतिमायें निर्मित करना लेप्यकर्म कहा जाता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] राजा – देष का एक प्रधान पुरूश, प्रजा का रक्षक। Raja-A king as a protector, a ruler of a country
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पानदशमी व्रत- Panadasami Vrata. Taking food after offering food to other 10 persons. एक व्रत ; दस श्रावकों को भोजन करा कर फिर स्वयं भोजन करना”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] यशोभद्र – श्रुतकेवली भद्रबाहु द्वि के गुरू जो आचारांग के गुरू थे। समय ई पू 53 – 35 Yoshobhadra and another name of Acharya Bhadrabahu (II)
[[श्रेणी:शब्दकोष]] यशोधर – भूतकालीत 19 वें तीर्थकर, मध्यम ग्रैवेयक का एक इन्द्रक विमान, मानुशोत्तर पर्वत के सौगन्धिक कूट का एक देव, एक राजा जिन्होने आटे के मुर्गे की बलि करके कई भवों तक दुर्गति के दुख उठाये। देखें – यषोधर चरित, आटे का मुर्गा आदि पुस्तकें। Yasodhara-Name of the 19th Tirthankar (Jaina-Lord) in the past…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पात्र केसरी:Name of an acharya who wrote patrakesari stotra etc, a reverential titile of acharya vidyanandi (775-840 A.D.) एक आचार्य (ई0 6-7) जिन्होने पात्रकेसरी स्तोत्र जिनेन्द्रगुण स्तुति आदि ग्रंथो की रचना की। वार्तिककार आचार्य विद्यानंदि (ई0 775-840) की उपाधि।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रात्रि – रात – सूर्यास्त से लेकर सूर्यांेदय तक का समय। Ratri-Night time(hours)
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रोहितास्या नदी – 14 महानदियों में चैथी नदी,, ये हिमवान पर्वत के सरोवर से निकलकर हैमवत क्षेत्र में बहकर पष्चिम समुद्र में गयी है। Rohitasya nadi-Name of the fourth great river among 14
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भास्कराभ – Bhaskarabha. Name of a king of Rakshas dynasty. राक्षस वंश का एक राजा “