उदीरक!
उदीरक Who is involved in fruitional operations of Karmas. उदीरणा करने वाला ज्ञानावरणीय दर्शनावरणीय और अंतराय इन तीन कर्मोंकी उदीरणा करने वाले (मिथ्यादृष्टि से लेकर क्षीण कषाय पर्यंत) जीव उदीरक कहलाते हैं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
उदीरक Who is involved in fruitional operations of Karmas. उदीरणा करने वाला ज्ञानावरणीय दर्शनावरणीय और अंतराय इन तीन कर्मोंकी उदीरणा करने वाले (मिथ्यादृष्टि से लेकर क्षीण कषाय पर्यंत) जीव उदीरक कहलाते हैं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निराकार उपयोग – Nirakaara Upayoga . Apprehension of shapelessness. दर्शनोंपयोग; जिसमें आकार रहित पदार्थ का सामान्य आभास होता है ” अर्थात् निश्चयरहित ज्ञान का नाम निराकार उपयोग है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सुवत्सा – Suvatsaa. Name of a country and name of a summit & its governing deity of Trikut Vakshar situated in eastern Videh (region). पूर्व विदेह क्षेत्र का एक देष, कुण्डला नगरी यहाॅं की राजधानी है, पूर्व विदेहस्त त्रिकूट वक्षार का एक कूट व उसका स्वामी देव ।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निरनुबन्ध योग – Niranubandha Yoga. Activities (reg.mind, speech & body) without binding of new Karmas. बन्ध रहित योग “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लंगल – सनत्कुमार स्वर्ग का 5 वां पटल या इन्द्रक, बलभद्र राम का एक हल रत्न। Lamgala-The 5th patal (Layer) of Sanat Kumar heaven, Name of a plough-a jewel of Lord Ram
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लोकविभाग – Lokavibhaaga.: Name of a treatise written by saint Sarvnandi. सर्वनंदी कृत एक ग्रंथ ,जिसमे लोक के स्वरूप का वर्णन है “समय –ई. 458 “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नियमित सान्द्र – Niyamita sandra. Regular solid. एक प्रकार की ठोस आकृति से सम्बंधित “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सकल परमात्मा – Sakala Parmaatmaa. The supreme soul with body (devoid of all Karmas). घातिया कर्मों से रहित परमौदारिक शरीर में स्थित अर्हन्त परमात्मा
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सुरंग – Suranga. Tunnel. जमीन के अन्दर से बनाया गया एक गुप्त मार्ग ।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पारिव्राज्य क्रिया – Parivrajya Kriya. Abandoning of worldly life after completing household duties. कर्त्रन्वयी ७ क्रियाओं में एक क्रिया; ग्रहस्थ धर्म का पालन करने के पश्चात् मुनि दीक्षा ग्रहण करना “