आचार्य श्री शांतिसागर जी-पंचतीर्थ रक्षक
पंचतीर्थ रक्षक महाराज आगम के अनुरूप # मुनितीर्थ रक्षक # जिनवाणी रक्षक # जिनमंदिर रक्षक # दान परम्परा के रक्षक # समाधिविधि के रक्षक तथा प्रवर्तक रहे हैं। ऐसे ही विचार यहाँ प्रस्तुत हैं- १. मुनि तीर्थ रक्षक-हे भव्य महानुभावों! आजकल जो संयम का हरा भरा बगीचा नजर आ रहा है वो आचार्य शांतिसागर जी...