खान-पान की अशुद्धि चिंता का विषय
खान-पान की अशुद्धि चिंता का विषय -निर्मल जैन, सतना (म.प्र.) जैन समाज में खान-पान की शुद्धि पर विशेष ध्यान हमेशा से दिया जाता रहा है। खान-पान की शुद्धि जैनत्व की पहचान रही है। हमारे आचार्यों ने श्रावकाचार ग्रंथों के माध्यम से हमें श्रावक बनाये रखने का भरपूर प्रयास किया है। परन्तु अब मर्यादायें टूटती जा…