जैनधर्म की प्राचीनता एवं प्रमुख सिद्धान्त
जैनधर्म की प्राचीनता एवं प्रमुख सिद्धान्त भारत की धरती पर प्राचीनकाल से प्रचलित अनेकानेक धर्मों में प्राचीनतम धर्म के रूप में माना जाने वाला जैनधर्म है, जो विशेष रूप से जितेन्द्रियता पर आधारित है। जैनधर्म के प्राचीन मनीषी आचार्यों ने इस धर्म की व्याख्या इस प्रकार की है—‘‘कर्मारातीन् जयतीति जिन:’, ‘‘जिनो देवता यस्यास्तीति जैन:’ अर्थात्…