पाक्षिक श्रावक के अष्टमूलगुण
पाक्षिक श्रावक के अष्टमूलगुण गृहस्थ धर्म में जिनेन्द्र भगवान की आज्ञा का श्रद्धान करता हुआ, गृहस्थ हिंसा को छोड़ने के लिए सबसे पहले मद्य, मांस तथा पिप्पल, गूलर, कठूमर, बड़ और पाकर इन आठ (तीन मकार और पांच उदुम्बर फलों) का त्याग कर देवे। जो मनुष्य बिन्दु प्रमाण भी मधु को खाता है, वह सातग्रामों…