नवधा भक्ति- १.पङगाहन २.उच्चासन ३.पाद प्रक्षालन ४.पूजा ५.नमोस्तु ६.मन शुद्धि ७.वचन शुद्धि ८.काया शुद्धि ९.आहार जल शुद्धि
जृंभिकाग्राम – भारत देश के बिहार प्रान्त में जृंभिका नाम का ग्राम था ” वहाँ ऋजुकुला नदी के तट पर भगवान महावीर को केवलज्ञान हुआ था ” वह स्थान वर्तमान में जमुई ग्राम के नाम से प्रसिद्ध है” वहाँ भगवान महावीर की प्रतिमा विराजमान है सभी वहाँ जाकर दर्शन कर पुण्य अर्जित करें”
कर्म कर्ता के कार्य को कर्म कहते हैं इसे कर-मत मत कर कर्म को तब निष्कर्म बन जाएगा प्राकृत में, सिन्धी और पंजाबी में इसे ‘‘कम्म’’ कहते हैं हिन्दी में काम कहते हैं काम से निष्काम बनकर कर्म के फल को सार्थक कर
नाम का असर मानव नाम से नहीं काम से महान बनता है हाँ! कुछ असर तो नाम का भी पड़ता है। क्योंकि कभी तो निज नाम का अर्थ भी जानने को मन उत्सुक हो जाता है तभी तो नाम की सार्थकता का भाव प्रगट हो जाता है।