गणिनी ज्ञानमती माताजी, कोटि कोटि वंदन है
गणिनी ज्ञानमती माताजी, कोटि कोटि वंदन है तर्ज-माइन माइन…………. गणिनी ज्ञानमती माताजी, कोटि कोटि वंदन है स्वर्ण जयंती पर माँ तेरा, शत शत अभिनंदन है बोलो जय जय जय…………..। ढाई शतक ग्रंथों की रचना, कर इतिहास बनाया, सृष्टि क्या है, जीवन क्या है, यह जग को बतलाया, तेरे ज्ञान की गाथा गाने…………….. तेरे ज्ञान की…