भगवान पार्श्वनाथ : संक्षिप्त परिचय इस जम्बूद्वीप के भरतक्षेत्र संबंधी काशी देश में बनारस नाम का एक नगर है। जहाँ राजा अश्वसेन (विश्वसेन) राज्य करते थे। उनकी रानी का नाम वामा (ब्राह्मी) था। जब उन सोलहवें स्वर्ग के इन्द्र की आयु छह मास की अवशेष रह गई थी, तब इन्द्र की आज्ञा से कुबेर ने…
सर्वदोषप्रायश्चित्त व्रत विधि यह व्रत ३३ प्रकार की अत्यासादना को दूर करके आत्मशुद्धि के लिए किया जाता है। इसमें ३३ व्रत होते हैं। प्रथमत: समुच्चय मंत्र है— पुन: पाँच महाव्रत के ५, पाँच समिति के ५, तीनगुप्ति के ३ ऐसे १३ व्रत हैं। पाँच अस्तिकाय के ५, छह षट्कायिक जीव के ६ और नव पदार्थ…
श्री पार्श्वनाथ दि. जैन अतिशय क्षेत्र पटेरिया जी —बालचंद्र जैन (मंत्री), पटेरिया-गढ़ाकोटा (सागर) म.प्र. जैन तीर्थ पटेरिया सागर से ४८ किमी. दमोह से ३० किमी. एवं जबलपुर से १४० किमी. की दूरी पर स्थित है। निकटवर्ती रेलवे स्टेशन सागर, दमोह एवं पथरिया है। गढ़ाकोटा बस स्टैण्ड से यह तीर्थ १ किमी. दूर है। चूँकि यह…
[[श्रेणी:वास्तु]] [[श्रेणी:विशेष_आलेख]] ==[[मानस्तम्भ]] का स्वरूप== आलेख प्रस्तुति : राजकुमार कोठारी- जयपुर right”300px”]] (मंदिर निर्माण के साथ [[मानस्तम्भ]] की रचना का समावेश होता रहा है । यह निर्माण विधि सम्मत हो इस बात को ध्यान में रखकर समाज के मार्गदर्शन के लिये यह लेख प्रस्तुत किया जा रहा है । मैं आभारी हूँ पं. हंसमुख जी…
मानव जीवन के विकास में वनस्पति की भूमिका वनस्पति मानव समाज के लिये एक ऐसी मूक सेविका है, जो सेवा के बदले में हमसे कुछ नहीं चाहती। मानव जीवन में वनस्पति का इतना महत्वपूर्ण योगदान है कि हम वनस्पति के बिना अपने जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते। जीवन की प्रत्येक आवश्यकता वनस्पति से…
शाकाहार-सुख का आधार कोकल चन्द जैन वरिष्ठ पत्रकार, १-ट-३५, जवाहर नगर, जयपुर ३०२००४ अर्हंत वचन, अक्टूबर दिसम्बर २००५ सारांश प्रस्तुत टिप्पणी में शाकाहार के महत्व एवं विश्वव्यापी स्तर पर उसके बढ़ते चलन पर प्रकाश डाला गया है।भारतीय संविधान सभी धर्मों को सम्मान व अपने नागरिकों को पूर्ण स्वतंत्रता की गारन्टी देता है। अहिंसा सब धर्मों…
सौंदर्य प्रसाधन के शाकाहारी विकल्प श्रीमती सुधा चौधरी सराक सोपान-अगस्त,२०१३ से साभार सौंदर्य देखने वाले की दृष्टि में होता है। जिससे हमें बहुत अनुराग होता है उसको हम सुन्दर मानते हैं। अपनी माँ या दादी—नानी क्या आपको सुन्दर नहीं लगतीं ? लगती हैं, पर इन्होंने कोई कॉस्मेटिक तो प्रयोग किए ही नहीं। सूती साड़ी, ढका…