प्रथम व्यसन-जुआ खेलना पाप क्यों?
सप्तव्यसन क्या है ? अति अन्याय रूप कार्य के बार-बार करने की प्रवृत्ति को व्यसन कहते हैं। ये व्यसन सात प्रकार के होते हैं— जुआ खेलना, मांस, मद, वेश्यागमन, शिकार। चोरी, पररमणी रमण, सातों व्यसन निवार।। अर्थात् १. जुआ खेलना , २. मांस खाना, ३. शराब पीना, ४. वेश्यासेवन करना, ५. शिकार खेलना, ६. चोरी…