(२९) कर्मदहन व्रत विधि
(२९) कर्मदहन व्रत विधि ज्ञानावरणादि ८ कर्मों की १४८ प्रकृतियों को नाश करने के लिए और आत्मशुद्धि के लिए कर्मदहन व्रत करने की और उसका विधान करने की प्रथा दिगम्बर जैन समाज में प्रचलित है। इस कर्मदहन व्रत के १५६ उपवास करने होते हैं अर्थात् कर्म की १४८ प्रकृतियों के १४८ उपवास और कर्म नाश…