अक्षय (फल) दशमी व्रत!
अक्षय(फल)दशमी व्रत कथा ॐकार हृदयं धरूँ, सरस्वति को शिरनाय । अक्षयदशमी व्रत कथा, भाषा कहूँ बनाय ।।१।। इसी राजगृही नगर में मेघनाद नाम के राजा की रानी पृथ्वीदेवी अत्यन्त रूप और शीलवान थी, परन्तु कोई पूर्व पाप के उदय से पुत्रविहीन होने से सदा दु:खी रहती थी। एक दिन अति आतुर हो वह कहने लगी-हे…