श्रवण द्वादशी व्रत!
श्रवण द्वादशी व्रत श्रवणद्वादशीव्रतस्तु भाद्रपदशुक्लद्वादश्यां तिथौ क्रियते। अस्य व्रतस्यावधि: द्वादशवर्षपर्यन्तमस्ति। उद्यापनान्तरं व्रतसमाप्तिर्भवति। अर्थ- श्रवणद्वादशी व्रत भाद्रपद शुक्ला द्वादशी को किया जाता है। यह व्रत बारह वर्ष तक करना पड़ता है। उद्यापन करने के उपरान्त व्रत की समाप्ति की जाती है। विवेचन- श्रवण द्वादशी व्रत के दिन भगवान वासुपूज्य स्वामी की पूजा, अभिषेक और स्तुति की…