भिमबाहू!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भिमबाहू – Bhimabahu. The son of Dhratrashtra Gandhari. धृतराष्ट – गांधारी के दो पुत्रों में एक का नाम “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भिमबाहू – Bhimabahu. The son of Dhratrashtra Gandhari. धृतराष्ट – गांधारी के दो पुत्रों में एक का नाम “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] श्वेताम्बर संघ – Shvetaambara Sangha. Group of Shvetambar Jain saints. गोपुच्छक, श्वेताम्बर, द्रविड़, यापनीय, निष्पिच्छ इन 5 जैनाभासी संघो में एक संघ “
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मुख्य गणधर– Mukhya Gandhar. Head of the chief of disciples of Lord. तीर्थंकर के प्रधान शिष्य, जो दिव्यध्वनी का सार दवादवाशांगश्रुत के रूप में जगत को प्रदान कटे है”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] श्रोत्रज मतिज्ञान – Shrotraja Matigyaana. Sensory knowledge acquired through speech. सुनकर प्राप्त किया गया ज्ञान “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] प्रकृति बंध – Prakrti Bandha. Regular binding of different types of karmic natures. राग, द्वेषादि के निमित्त से जीव के साथ ज्ञानावरणादि कर्मों का निरंतर बंध होना अर्थात् जीव के भावों की विचित्रता के अनुसार विभन्न प्रकार की फलदान शक्ति वाले कर्मों का बंध होना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] श्रुतस्कंध पूजा – Shrutaskandha Poojaa. Name of a worshipping hymn written by Gangadas. गंगादास (ई. 1690-1693) कृत पूजा “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सकलभूषण – Sakalabhooshana. Name of a Bhattarak of Nandi group, the disciple of Subhchandra. नंदिसंघ बलात्कारगण शुभचन्द्र के शिष्य एक भट्टारक (वि. 1613-1630) उपदेश रत्नमाला कृति के लेखक “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] परंपरा गुरू :Acharyas of Moolsangh in the tradition of Gautam Swami. गौतम स्वामी की परम्परा में मूलसंघ के आचार्यगण ।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बाह्य कक्ष – Bahya Kaksa. Exterior cells. आंगन , बरामदा आदि “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] श्रुतकीर्ति – Shrutakeerti. Name of a two different saints of Nandi group. नंदिसंघ बलात्कार गण त्रिभुवन कीर्ति के शिष्य जिन्होंने अनेक ग्रंथो की रचना की ” नंदिसंघ देशीयगण, माघनंदि कोल्हापुरीय के शिष्य एक महावादी ” कृति-काव्य राघव पाण्डवीय (समय- ई. 1133-1163) “