तीर्थंकर भक्ति!
तीर्थंकर भक्ति Name of a book written by Acharya Samant-bhadra. आचार्य समंतभद्र (ई. 120-185) ककृत स्तुति विद्या भक्ति स्तोत्र, अपरनाम जिनशतक। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
तीर्थंकर भक्ति Name of a book written by Acharya Samant-bhadra. आचार्य समंतभद्र (ई. 120-185) ककृत स्तुति विद्या भक्ति स्तोत्र, अपरनाम जिनशतक। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] प्रकीर्णक – Prakirnaka. Another name of Angabahyashrut, part of shrutgyan (scriptural knowledge), Scattered heavenly abodes and dwelling places of hell are called Prakirnak. अंगबाहाश्रुत का अपरनाम – इनके १४ भेद हैं, स्वर्ग में बिखरे हुए विमान एवं नरकों में बिखरे हुए बिल “
ऊह Elimination, Reasoning, Inductive reasoning.तर्क के द्वारा पदार्थ के स्वरूप का जानना यह श्रोता के 8 गुणों में से एक है।[[श्रेणी:शब्दकोष]] या A time unit, Inductive reasoning. काल का एक प्रमाण 84 लाख ऊहांग प्रमाण काल।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
उराल Liberal, Bulky, Noble . उदार, स्थूल, महान, उराल ये शब्द एकार्थवाची है, औदारिक शरीर को अवगाहना की अपेक्षा उराल कहते हैं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हैरण्यवत् (क्षेत्र) – Hairanyavat (Ksetra). Name of the 6th region in all the 7 regions of Jambudvip (island). जम्बूद्वीप के 7 क्षेत्रों मे छठा क्षेत्र। यहाॅ जधन्य भोगभूमि है।
उन्मग्ना See – Unmagnajalå Nadî. देखें-उन्मग्नजला नदी इसके तट पर भरतेश की सेना ने विश्राम किया था।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
एक-अजीव कषाय Passion related to non soul matters. निक्षेप की अपेक्षा कषाय का एक भेद।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] परम ज्योति:Supreme splendor, see- Parama Advaita.ज्ञानरूपी प्रकाश, देखें- परम अद्वैत ।
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हित – Hita. Benevolence, welfare, well-being. भला, कल्याण, जो मोक्षपद की प्राप्ति रुप प्रधान या मुख्य फल मिलता है उसको हित कहते है।