भगदत्त!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भगदत्त – Bhagadatta. Name of a chief disciple of Lord Rishabhadev. भगवान ऋषभदेव के एक गणधर का नाम “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भगदत्त – Bhagadatta. Name of a chief disciple of Lord Rishabhadev. भगवान ऋषभदेव के एक गणधर का नाम “
एकावली यष्टि Binding in the same thread, like string of pearls. जो लडी केवल मोतियों से बनाई जाती है, उसे सूत्र भी कहते हैं (अर्थात् एक लडी वाले मातियों का हार)। [[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बाह्य त्याग – Bahya Tyaga. To renounce all attachments (external materi- als). समस्त बाह्य परिग्रहो (धन धान्यादी ) का त्याग करना “
एकाग्र Attentive, Concentrated, Single minded. ध्यान-अनेक पदार्थों से हटकर एक विषय में चितवृत्ति को रोक देना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == साधक : == बाह्यमूघ्र्वमादाय, नावमाकांक्षेत् कदाचित् अपि। पूर्वकर्मक्षयार्थाय, इमं देहं समुद्धरेत्।। —समणसुत्त : ५६८ ऊध्र्व अर्थात् मुक्ति का लक्ष्य रखने वाला साधक कभी भी बाह्य विषयों की आकांक्षा न रखे। पूर्वकर्मों का क्षय करने के लिए ही इस शरीर को धारण करे। चरेत्पदानि परिशंकमान:, यत्कििंचत्पाशमिह मन्यमान:। लाभान्तरे जीवितं…
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विषमोचिक – Vishamochika. The wood – soled sandal of Chakravarti (emperor) Bharatesh. चक्रवर्ती भरतेश की पादुकाएं या खंडाऊं का नाम “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भव्यकुमुदचन्द्रिका – Bhavyakumudachandrika. Name of a treatise written by Pandit Ashadhar. पं. आशाधर (ई. ११७३- १२४३) कृत एक ग्रंथ “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भाव अभावशक्ति – Bhava Abhavasakti. A kind of power acquired by the soul. जीव की एक शक्ति, विधमान पर्याय का नाश करने से जीव को भावाभाव कर्त्तृव कहा गया है “