उदय निष्पन्न!
उदय निष्पन्न Produced, Risen completely. पूर्ण उदय।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सूक्ष्म साम्पराय – Sukshma Saamparaaya. Minute passions, spiritual stage of slight delusion. सूक्ष्म कषाय को सूक्ष्म साम्पराय अर्थात 10 वां गुणस्थान कहते हैं जहाॅं मात्र सूक्ष्म लोभ् का उदय रह जाता है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पिता – Pita. Father, Name of a presiding deity of a lunar ‘Magha’. जनक, मघा नामक नक्षत्र के अधिपति देवता का नाम “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सूक्ष्म आलोचना – Sukshma Aalochanaa. An infraction of self criticism, hiding big faults (but exposing little faults). आलोचना का एक अतिचार । छोटे-छोटे दोष कहकर भय, मद कपट आदि के कारण बडे दोष छिपाना ।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पिंगल (शास्त्र) – Pimgala (Sastra). A treatise (prosody or metrics). एक छन्द शास्त्र “
दयार्द्र Compassionate; tender hearted. दूसरे की पीड़ा को अपनी पीड़ा समझाना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पावागढ़ (तीर्थ) – Pavagarha (Tirtha). Name of a Digambar Jain place of pilgrimage in Gujarat, from where sons of Lord Ram ‘Lav & Kush’ got salvation. गुजरात में स्थित एक सिध्दक्षेत्र. यहाँ से भगवान रामचन्द्र के दो पुत्रों-अनंगलवण (लव) और मदनांकुश (कुश) ने घोर तप कर मोक्ष प्राप्त किया “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वर्गणा – Varganaa.: An aggregate of same molecules of some matter. वर्गों के समूह को वर्गाणा कहते हैं अथवा समान गुण वाके परमाणु पिंड को वर्गाणा कहते हैं “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पार्श्वनाथ स्त्रोत – Parsvanatha Stotra. A philosophical hymn written by the poet Padmaprabh. कवि पद्मप्रभ (ई. श. १२ का मध्यपाद) द्वारा रचित एक स्तोत्र “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] राजीमती – जूनागढ के राजा उग्रसेन की पुत्री, जिनका विवाह राजा नेमिनाथ के साथ होने वाला था, किन्तु कारण वष नेमिनाथ के दीक्षा लेते ही राजुल ने भी कौमार्य अवस्था मे ही आर्यिका दीक्षा धारण कर ली। पुन यही नेमिनाथ भगवान के समवषरण में मुख्य आर्यिका बनी। Rajimati- Name of a chief Aryika (ganini)…