भाव – निर्जरा!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भाव – निर्जरा – Bhava Nirjara. Attributing Nirjara, volitional shedding off or volitional dissociation of Karmas. कर्मशक्ति के निर्मूलन में समर्थ जीव के परिणाम भाव निर्जरा है ” अर्थात् जिन भावों से कर्म झड़ें “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भाव – निर्जरा – Bhava Nirjara. Attributing Nirjara, volitional shedding off or volitional dissociation of Karmas. कर्मशक्ति के निर्मूलन में समर्थ जीव के परिणाम भाव निर्जरा है ” अर्थात् जिन भावों से कर्म झड़ें “
द्वैताद्वैतवाद Name of a Vedant philosophy (Nimbak). निम्बक वेदांत (ई.12) में निम्बार्काचार्य ने इसकी स्थापना की , वेदांत पारिजात, सौरभ व सिद्धांतरत्न इसके प्रमुख ग्रंथ हैं। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वैराग्य भावना –VAiragya Bhavana Emotions of the aversion from worldly life. वैराग्य की कारणभूत भवनाये ” जगत, शरीर, भोग के स्वरूप का बारबार चिंतन करना “
द्विस्थानीय A type of actual fruition of Karmic matters. अनुभाग बंध अप्रशस्त प्रकृतियों की अपेक्षा लता दारू रूप अथवा नीमकांजीर रूप तथा प्रशस्त प्रकृतियों की अपेक्षा गुड़ खाण्ड रूप बंध।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
ऐलक A loin-clothed Jaina saint. जैन संत जो मात्र एक वस्त्र (लंगोट) धारण करते हैं केषलोच करते हैं एंव पिच्छी- कमण्डलु रखते है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
एकानंत Unidirectional finite (like ocean which seems to be endless). जिस एक पदार्थ को देखने पर उसका अंत नहीं पाया जाता उसको एकान्त कहते हैं जैसे अथाह समुद्र।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
एकयम A self restraint. सममायिक शुद्धि संयम, यह द्रव्यार्थिक रूप है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संवृत्त – Sanvrtta. Covered, Concealed, Hidden, A type of female genital organ. जो ढका हुआ हो उसे संवृत्त कहते हैं ” या ऐसा स्थान जो देखने में न आये, योनि का एक भेद “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भाव लेश्या – Bhava Lesya. Volitional aura. कषाय से अनुरंजित योग की प्रव्रत्ति होना “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विमोचितावास – Vimochitavasa. A reflection of vow of non-stealing (staying of a saint in a deserted place). अचौर्यव्रत की एक भावना; दूसरे के द्वारा छोड़े हुए स्थानों में साधु का ठहरना “