द्रव्यविचिकित्सा!
द्रव्यविचिकित्सा Physical disgust (pertaining to excreta etc.) विष्ठा आदि पदार्थों में ग्लानि का होना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
द्रव्यविचिकित्सा Physical disgust (pertaining to excreta etc.) विष्ठा आदि पदार्थों में ग्लानि का होना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विचार –Vichara. Consideration, Contemplation. विषय के प्रथम ज्ञान को वितर्क कहते हैं ” उसी का बारबार चिंतवन विचार कहलाता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पंच अवयव – Pancha Avayava. Five parts of inference. अनुमान के 5 अंग; प्रतिज्ञा, हेतु, उदाहरण (अन्वय व्यतिरेकी) उपनय, निगमन “
द्रव्य प्रतिक्रमण Reading Pratikraman Dandak etc. religious key lessons is called Dravya Pratikraman. गौतम गणधर द्वारा रचित प्रतिक्रमण दण्डक आदि सूत्र पाठ पढ़ना द्रव्यप्रतिक्रमण है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सूक्ष्म स्कंध – Sukshma Skandha. A type of aggregate of Karmic molecules. स्कंधों के 6 भेदों में एक भेद, कर्म वर्गणा के योग्य स्कंध को सूक्ष्म स्कंध कहते है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] न्यासापहार – Nyaasaapahaara. Misappropriation, a type of false behaviour. सत्याणुव्रत का अतिचार; कोई व्यक्ति धरोहर रख जाए और भूल से कम मांगे तो उसको उसकी भूल न बताकर जितनी वह मांगे उतनी ही दे देना “
द्रव्य निक्षेप Substantive installing. द्रव्य का आगामी या पूर्व पर्याय की अपेक्षा कथन करना, जैसे राजपुत्र को राजा कहना।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सूक्ष्म जीव – Sukshma Jeeva. See- Suksmakaayika Jiva. देखे – सूक्ष्मकायिक जीव।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पिंड प्रकृति – Pimda Prakrti. Group of Karmic nature having many subkinds. बहुत सारी प्रकृतियों का समुदाय. जिन प्रकृतियों के एक से अधिक भेद होते हैं, जैसे गति, जाति आदि “
द्रव्य आस्रव Physical or material influx. जीव में मिथ्यात्व आदि कारणों से पुद्गलों का कर्म रूप से आगमन होना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]