रूचि!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रूचि – अभिरूचि, प्रेम, तत्वार्थ के विशय में तन्मयपना। Ruci-Interest, devotion, spiritual, Attachment
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रूचि – अभिरूचि, प्रेम, तत्वार्थ के विशय में तन्मयपना। Ruci-Interest, devotion, spiritual, Attachment
चन्दन कथा A book written by Acharya Shubhchandra-5. आचार्य शुभचन्द्र -५ (ई. १५१६-१५५६) द्वारा रचित एक ग्रन्थ ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] समंतभद्र – Samantabhadra.Name of great Acharya, the writer of Svayambhu Stotra, Tattvanushasan, Ratnakarandashravaka-chr etc. many great treatises. आचार्य सिद्वसेन के उत्तरवर्ती एक आचार्य। स्वयम्भू स्तोत्र, स्तुति विद्या, देवागम स्तोत्र, युक्त्यानुशासन, तत्वानुशासन, जीवसिद्वि, प्राकृत व्याकरण, रत्नकरण्डश्राावकाचार आदि अनेक ग्रंथो के रचयिता संस्कृत कवि, वादी, वाग्मी, गमक, तार्किक आदि उपाधियो से समन्वित एक प्रसिद्व आचार्य।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] राजधानी – किसी राज्य या देष की प्रधान नगरी जहां से षासन व्यवस्था का संचालन किया जाता है। Rajadhani-capital city of army state or country
गृहिमूलगुणाष्टक 8 basic restraints of householders. गृहस्थ के ८ मूलगुण; ५ अनुव्रतों का पालन, मद्य, मांस, न्मधू का त्याग (रत्नकरण्ड के अनुसार)।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] मघा – Magha. Name of a lunar. एक नक्षत्र ” तीर्थं कर सुमतिनाथ का जन्म इसी नक्षत्र में हुआ था “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रूपी – स्पर्ष, रस ,गंघ वर्ण गुणों से सहित पदार्थ। Rupi-Something having characteristics of some shape and senses
गुप्त वंश Dynasty of Gupt’s. चंद्रगुप्त से ब्स्कंदगुप्त भानुगुप्त तक चलने वाला वंश , समय – ई.३२०-507।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] यशोधरा – रूचक पर्वत निवासिनी दिक्कुमारी देवी। Yasodhara-Name of a female divinity of Ruchak Mountain
गुणीनय A standpoint by which soul is supposed to accept virtues. आत्मद्रव्य गुणी नय से गुणग्राही है, शिक्षक के द्वारा जिसे शिक्षा दी जाती है ऐसे कुमार की भाँति।[[श्रेणी:शब्दकोष]]