रूचिर!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रूचिर – रूचक पर्वत पर स्थित एक कूट, सौधर्म एषान स्वर्ग का 16 वां पटल व इन्द्रक। Rucira-Name of a summit of ruchak mountain, name of the 16th Patal (layer) and Indrak of Eshan heaven
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रूचिर – रूचक पर्वत पर स्थित एक कूट, सौधर्म एषान स्वर्ग का 16 वां पटल व इन्द्रक। Rucira-Name of a summit of ruchak mountain, name of the 16th Patal (layer) and Indrak of Eshan heaven
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हिंसा यज्ञ – Himmsaa Yaggay violenceful sacrificial rite. पशु या मनुष्यों की जिसमे आहुति दी जाये ऐसा हिंसक यज्ञ। तीर्थकर मुनिसुव्रतनाथ के तीर्थ मे सगर राजा से द्वेष रखने वाला एक महाकाल नाम का एक असुर हुआ था, उस अद्वानी ने इस हिंसायज्ञ का उपदेष दिया था।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रत्नसंचय – विजयार्घ की दक्षिण श्रेणी एवं पष्चिम विदेह क्षंेत्र के नगर का नाम Ratnasancaya- Name of a city situated in Southern Vijayardh Mountain & city of western videh region
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हानि – Haani. Loss, damage, Ham, Destruction, reduction. ह्नास, पतन, हीन (दो गुणहानि, डेढ़ गुणहानि, षट्गुणहानि)।
आराधना(ग्रन्थ) Name of a treatise, A book composed by Ganini Gyanmati Mataji in Sanskrit. भगवती आराधना का अमितगति(वि.1050-1073) कृत संस्कृत रूपान्तरण, साधुओं की चर्या से संबधित गणिनी ज्ञानमति माताजी द्वारा रचित 450 श्लोकबद्ध एक संस्कृत ग्रन्थ (ई.श.20)। [[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हरिवाहन – Harivaahana. The son of Lord Rishabhnath. ऋषभनाथ भगवान का पुत्र तथा भरत का छोटा भाई। भरत द्वारा राज्य मांगे जाने पर विरक्त हो दीक्षा धारण की, अंत मे मुक्ति प्राप्त की।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रत्नप्रभा – अघोलोक की प्रथम भूमि,रूढि का नाम घम्मा है। यह एक लाख 80 हजार योजन मोटी हैं। इसके तीन भाग है – खर भाग, पंक भाग अब्बहुल भाग। इसमे खर भाग पंक भाग में भवनवासी और व्यंतर देवो के भवन है। आंैर तीसरे भाग अब्बहुल में नारकियों के भवन है। Ratnaprabha- Name of…
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हरिजय – Harijaya. One of the sons of Vidyadhar Nami. विद्याधर नमि के अनेक पुत्रों मे एक पुत्र।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रत्नसंश्रवा – सुमाली का पुत्र तथा रावण का पिता। Ratnasrava- Father’s name of ravan