लोकोत्तर शुचित्व!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लोकोत्तर शुचित्व –Lokottara Shuchitva Absolute purity of the soul . कर्ममल –कलंक को छोड़कर आत्मा का आत्मा में ही अवस्थान लोकोत्तर शुचित्व है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लोकोत्तर शुचित्व –Lokottara Shuchitva Absolute purity of the soul . कर्ममल –कलंक को छोड़कर आत्मा का आत्मा में ही अवस्थान लोकोत्तर शुचित्व है “
गुणार्थिक नय Standpoint of accepting attributes of matter. द्रव्य सामान्य को ग्रहण कर।[[श्रेणी:शब्दकोष]]ने वाला नय
[[श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[श्रेणी:शब्दकोष ]] == जैन—दर्शन : == ण वि अत्थि अण्णवादो, ण वि तव्वाओ जिणोवएसम्मि। —सन्मति तर्क् प्रकरण : ३-२६ जैन दर्शन में न एकान्त भेदवाद मान्य है और न एकान्त अभेदवाद। अत: जैन दर्शन भेदाभेदवादी दर्शन है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्वृत्ति इंद्रिय – Nirvrtti Indriya. Formative sense (reg. organic structure of any matter.) द्रव्येन्द्रिय; इंद्रियों के आकाररूप शुद्ध आत्म प्रदेशों का होना आभ्यन्तर एवं पुदगलों का इंद्रियों के आकार रूप होना बाह्य निवृत्ति है “
उत्तिंग Very tender worms. अति सुकुमार ईलि कृमि को उत्तिंग कहते है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बेल – Bela. Name of the initiation tree of Lord Shitalnath, The wood- apple tree and its fruit. शीतलनाथ भगवान के दीक्षा व्रक्ष का नाम ” एक प्रकार का गूदे वाला मीठा फल (बिल्वफल) “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नंदिनी – Namdina A city of the north of Vijayardh mountain , Name of a female beloved deity of a peripatetic Indra. विजयार्ध की उत्तर श्रेणी का एक नगर, गंधर्व व्यंतर के इन्द्र गितरस की वल्लभिकादेवी ”
उभारना To raise up, To rouse, To highlight प्रकाशित करना उठाना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] Name of a Hindi poet. अनेक आध्यात्मिक हिन्दी पदों के रचयिता “