परमात्मस्वरूप!
[[श्रेणी: शब्दकोष]] परमात्मस्वरूप:See- Parma Advaita.देखें – परम अद्वैत ।
द्रव्यानुयोग See – Dravya Anuyoga. देखें – द्रव्य अनुयोग। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हिरण्यगर्भ – Hiranyagarbha. One of the 1008 names of lord Rishabhdev. भगवान ऋषभदेव के 1008 नामांे मे से एक। जब भगवान गर्भ मे थे तभी सुवर्णमय हो गई थी और आकाश से देवो ने सुवर्ण की वृष्टि की थी, इसलिए भगवान का नाम हिरण्यगर्भ भी है।
[[श्रेणी: शब्दकोष]] परम अद्वैत: Another name of Mokshmarga & path of salvation, Ultimate state of bliss.निर्विकल्प समाधि अथवा निष्चय मोक्ष मार्ग का अप रनाम ।
द्रव्यशुद्धि To make the body pure with water etc. means. जल आदि से शरीर की शुद्धि करना, ज्वरकुक्षिरोग, शिरोरोग, कुत्सित स्वप्न, रूधिर, विष्ठा, मूत्र, लेप, अतिसार आदि का शरीर में न रहना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हंगुलवर – Himmgulavara. Name of an island & an ocean of middle universe. मघ्यलोक का एक सागर व द्वीप।
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मुखमाण्ड–Mukhmaand. Rein used to ontrol the horses. घोड़ो की लगाम, इसेघोड़ो के मुख में रखकर उन्हें नियंत्रण में रखा जाता है”
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हलभृत – Halabhrta. Name of the 16th chief disciple of Lord Rishabhdev. भगवान वृषभदेव के 84 गणधरो मे 16 वें गणधर।
द्रव्य मन Objecive mind. जो हृदय स्थान में आठ पँखुडी के कमल के आकार वाला है, तथा अंगोंपांग नाम कर्म के उदय से मनोवर्गणा के स्कन्ध से जो उत्पन्न हुआ है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हरिवंश – Harivammsa. Name of a great Kshatriya dynasty established by Lord Rishabhdev. ऋषभदेव द्वारा संस्थापित प्रसिद्व 4 क्षत्रियवंशो मे एक महावंष। ऋषभदेव ने हरि नाम के राजा को बुलाकर उसे महामण्डलीक राजा बनाया था।