चक्रव्यूह!
चक्रव्यूह An array of soldiers in the form of a circle. एक विशिष्ट सैन्य रचना, इसमें राजा मध्य में रगता है और उसके चारों ओर अंगरक्षक होते हैं , इसकी चक्राकार रचना में एक हजार आरे होते हैं ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
चक्रव्यूह An array of soldiers in the form of a circle. एक विशिष्ट सैन्य रचना, इसमें राजा मध्य में रगता है और उसके चारों ओर अंगरक्षक होते हैं , इसकी चक्राकार रचना में एक हजार आरे होते हैं ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] ब्रह्य – Brahma. A ruling demigod of Lord Pushpdant, The all pervading spirit of the universe, The supreme soul. तिलोयपण्णति के अनुसार पुष्पदंत भगवान का शासक यक्ष , कहीं इनका नाम अजितदेव भी आता है ” शब्द; समस्त वस्तुओं को प्रकाश करने वाला और स्यात् पद से चिहिृत शब्द ब्रह्म है ,…
[[श्रेणी: शब्दकोष]]स्वस्तिक – Svastika. Name of Diggajendra mountain in Bhadrashal forest situated in Videh Kshetra (region). Name of summits situated at Vidyutprabh Gajdant & Ruchak mountains, name of a governing deity of maniprabh summit of Kundal mountain. विदेह क्षेत्र मे स्थित भद्रषाल मे एक दिग्गजेन्द्र पर्वत, विद्युत्प्रभ गजदत्तस्थ व रुचक पर्वतस्थ एक-एक कूट, कुण्डल पर्वतस्थ…
चन्द्रगिरि A mountain at Shravanbelgola. श्रवणबेलगोला में स्थित एक पर्वत ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == धर्म : == धम्मो वत्थुसहावो। —कर्तिकेयानुप्रेक्षा : ४७८ वस्तु का अपना स्वभाव ही उसका धर्म है। धर्मो बंधुश्च मित्रञ्च धर्मोऽयं गुरुरंगिनाम्। तस्माद् धर्मे मिंत धत्स्व स्वर्गमोक्षसुखदायिनि।। —आदिपुराण : १०-१०९ धर्म ही मनुष्य का सच्चा बंधु है, मित्र है और गुरु है। इसलिए स्वर्ग एवं मोक्ष के सुख देने…
[[श्रेणी: शब्दकोष]]स्वर्णमयी – Svarnamayii. The 7th circumference of Sumeru mountain. सुमेरु पर्वत की सातवीं परिधि जो सुवर्णमयी है।
गृहकर्म Installation of idols in temples. गृहस्थ द्वारा करने योग्य कर्म, स्थापना निक्षेप से कर्म का एक भेद, जिनग्रहों में प्रतिमा की स्थापना करना ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
लक्ष्मी [[श्रेणी:शब्दकोष]] लक्ष्मी – षिखरी पर्वत पुण्डरिक हद की स्वामिनि दिक्कुमारी देवी, ये गर्भावस्था मे जिनमातर की सेवा करती है। Laksmi-name of a female divinity of large pond situated at Shikhari Mountain
[[श्रेणी: शब्दकोष]]स्वरुप संबोधन – Svaruupa sambodhana. Name of a composition composed by Acharya Akalank Bhatta. आचार्य अकलंक भट्ट (ई. 620-680) कृत 25 श्लोक प्रमाण आध्यात्मिक कृति।
गुणवृद्धि Increasing series (in properties). गुणाकार रूप अधिक अधिक द्रव्य जिसमें पाया जाए ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]