आलोकित पान भोजन!
आलोकित पान भोजन To take purified and observed food. अहिंसा महाव्रत की एक भावना अर्थात् देख शोध कर भोजन पान ग्रहन करना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
आलोकित पान भोजन To take purified and observed food. अहिंसा महाव्रत की एक भावना अर्थात् देख शोध कर भोजन पान ग्रहन करना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] साधारण गुण – Saadhaarana Guna. General virtues or qualities or properties of all matters. जे सब द्रव्यों में व्यापता है, उसे सामान्य गुण कहते है। इसके अस्तित्व, वस्तुत्व, द्रव्यत्व, प्रमेयत्व, अगुरूलघुत्व ये 6 भेद है।
[[श्रेणी: शब्दकोष]] परमानंद सूरि :Name of an Acharya.एक आचार्य का नाम । समय- ई0 स0 1142-1173 ।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विशिष्ट पद – Vishishta.Pada. A kind of dicquisition door . पदमीमांसा आदि अनुयोगद्वारा के उत्क्रष्टादि भेद पदों के १३ भेदों में से एक भेद “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सादि नित्य पर्यायार्थिक नय – Saadi Nitya paryaayaarthika Naya. . a standpoint believing the existence of supreme soul. पर्यायार्थिक नय के 6 भेदो मे एक भेद। (परम भाव ग्राहक) शुद्व निश्चयनय को गौण करके, सम्पूर्ण कर्मों के क्षय से उत्पन्न तथा चरम शरीर के आकार रुप पर्याय से परिणत जो शुद्व सिद्व पर्याय है,…
द्वितीय वर्ग Square of first square (mathematically). प्रथम वर्ग का पुनः वर्ग करना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
द्वारवंग A place, present Darbhanga district. वर्तमान दरभंगा जिला। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
आर्यनंदि Disciple of ‘Acharya Chandrasen’ and spiritual guide of Veersen ji. पंचस्तूप संघ की पट्टावली के अनुसार चंद्रासेन के शिष्य तथा वीरसेन (धवलाकार) के गुरू थे (ई.767-798)।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
ऊनोदर Less eating of diet, Small fasting . अवमौदर्य तप भूख से कम खाना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
दंड समुद्घात Expansion of spaces of soul in term of 14 Rajju. केवली के समुद्घात करने का प्रथम चरण, केवली भगवान की आयु कर्म की स्थिति वेदनीय , नाम, गोत्र के बराबर करने के लिए आत्मा के प्रदेश वातवलय को छोड़कर दण्डरूप से 14 राजू तक फैल जाते हैं। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]