द्वैत!
द्वैत Nature of duality. बन्ध और मोक्ष , राग और द्वेष , कर्म और आत्मा तथा शुभ और अशुभ इस प्रकार की बुद्धि द्वैत के आश्रय से होती है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
द्वैत Nature of duality. बन्ध और मोक्ष , राग और द्वेष , कर्म और आत्मा तथा शुभ और अशुभ इस प्रकार की बुद्धि द्वैत के आश्रय से होती है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शामकुंड – Shaamakunda. Name of a commentator of first 5 parts of ‘Shatkhand’. षटखण्ड आगम के 5 खण्डों पर पद्धति नामक टीका के रचयिता ” समय ई.श. 3 का उत्तरार्ध “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निश्चय निर्विचिकित्सा – Nishchaya Nirvichikitsaa. Tending towards knowing oneself or soul perfectly. मुनि अवस्था में समस्त राग-द्वेष आदि विकल्प रूप तरंगों का त्याग करके निर्मल आत्मानुभव लक्षण की निज शुद्धात्मा में स्थिति करना “
द्विरूप वर्ग धारा Dyadic square sequence. 14 भाषाओें में एक , जिसमें दो के वर्ग से प्रारम्भ कर पूर्व – पूर्व स्थानों का वर्ग करते हुये उत्तर-उत्तर स्थान प्राप्त होता है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
उपाय-उपेय भाव Goal with means . जो साधक रूप है वह उपाय है और जो सिद्धरूप है वह उपेय है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लौकिक मूढ़ता–Laukika Mudhataa.: See- Loka Mudhataa. देखें –लोक मूढ़ता “
उदय पर्वत Name of a city in the southern Vijayardha mountain. विजयार्ध पर्वत की दक्षिण श्रेणी का एक नगर।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
आहार Food or Karmic intake. भोजन-खाद्य, स्वाद्य लेह्य, पेय चार प्रकार का है। अथवा नोकर्म वर्गणा आहारक, भाषा व मनोवर्गणा का ग्रहण करना आहार है। इनको ग्रहन करने वाले आहारक कहलाते हैं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निश्चयकाल – Nishchaya kaala. Time factor causing transformation of any entity. काल जो परिणमनकरने के कारण होता है अर्थात् जो सर्वद्रव्यों के परिणमन में उदासीन निमित्त कारण है ” इसी के आधार पर व्यवहार काल जाना जाता है “
आतोद्य Musical instruments. वाद्ययंत्रः ये तत, अतत, धन, सुषिर के भेद से 4 प्रकार के होते हैं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]