प्रत्येक शरीर नाम कर्म प्रकृति!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रत्येक शरीर नाम कर्म प्रकृति – जिसके उदय से शारीर में एक ही जिव जीवित रहता है ” pratyeka sarira nama karma prakrti – physoque making karma of individual or body.
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रत्येक शरीर नाम कर्म प्रकृति – जिसके उदय से शारीर में एक ही जिव जीवित रहता है ” pratyeka sarira nama karma prakrti – physoque making karma of individual or body.
उदकावास Name of a mountain & a protecting deity of Mahashankh mountain in Lavan ocean. उदय का आगे अभाव जिस गुणस्थान में जितनी प्रकृतियों की उदय व्युच्छित्ति हो उनका उदय उसी गुणस्थान तक है आगे नहीं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रत्येक बुद्ध वचन- प्रत्येक बुद्ध ऋशियों के द्वारा कहे गये आगम। pratyeka buddha vacana – preaching given by one self – enlightened saint.
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रमाण (आगम)- शास्त्र आदि में लिखे हुए जिनवचन। सर्वज्ञ-आर्श प्रणीत वचन या आचार्य परम्परा से प्राप्त उपदेष ही आगम प्रमाण है। Pramana (Agama)- Whole Jaina literature (preaching of Acharyas)
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रभासद्वीप- लवणेद व कालोद सागर में स्थित द्वीप। Prabhasadvipa- An island situated in LAvanod and Kalod oceans
इंद्रध्वज A type of worshipping to be performed by Indras. पूजा के पाँच (नित्यमह आष्टान्हिक इन्द्रध्वज कल्पद्रुम सर्वतोभद्र) भेदों में से एक भेद जो इन्द्रों द्वारा मध्यलोक के 458 मंदिरों पर ध्वजा चढ़ाकर की जाती है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रत्यास-जां समीप में रहा जाता है वह प्रत्यास कहा जाता है। pratyasa – the nearest place
उत्तर वैक्रियक Transformable protean body (variant). मूल शरीर को छोड़कर पृथक् विक्रिया से बने शरीर।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रामाण्य- प्रामाणिकता; प्रमाण का कर्म प्रमाण्य कहलाता है वह पदार्थ के निष्चय करने रुप लक्षण वाला होता है। Pramanya- Authenticity, authority