प्रमाण (आगम)!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रमाण (आगम)- शास्त्र आदि में लिखे हुए जिनवचन। सर्वज्ञ-आर्श प्रणीत वचन या आचार्य परम्परा से प्राप्त उपदेष ही आगम प्रमाण है। Pramana (Agama)- Whole Jaina literature (preaching of Acharyas)
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रमाण (आगम)- शास्त्र आदि में लिखे हुए जिनवचन। सर्वज्ञ-आर्श प्रणीत वचन या आचार्य परम्परा से प्राप्त उपदेष ही आगम प्रमाण है। Pramana (Agama)- Whole Jaina literature (preaching of Acharyas)
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रभासद्वीप- लवणेद व कालोद सागर में स्थित द्वीप। Prabhasadvipa- An island situated in LAvanod and Kalod oceans
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रत्यास-जां समीप में रहा जाता है वह प्रत्यास कहा जाता है। pratyasa – the nearest place
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रेशमी वस्त्र – रेशम से बने वस्त्र। Resami Vastra-Silky cloth
तीर्थस्नान To take bath in a holy river or place, Ceremonial bath. वैदिक परम्परानुसार गंगा आदि तीर्थे में स्नान करना, मिथ्यात्वादि दोषों से मलिन प्राणी ऐसे तीर्थस्नान से विशुद्ध नहीं हो पाता । जैनशासन के अनुसार अरिहंत परमेष्ठी द्वारा प्रतिपादित ज्ञानयपी गंगा में अवगाहन करना ही वासतविक तीर्थस्थान है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रामाण्य- प्रामाणिकता; प्रमाण का कर्म प्रमाण्य कहलाता है वह पदार्थ के निष्चय करने रुप लक्षण वाला होता है। Pramanya- Authenticity, authority
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्राभृत- जो प्रकृश्ट अर्थात् तीर्थकर के द्वारा आमृत अर्थात् प्रस्थापित किया गया है वह प्राभृत है। समय प्राभृत या षट् प्राभृत आदि नाम के ग्रंथ। श्रुतज्ञान के 20 भेदों में 15 वाँ भेद; यह ज्ञान प्राभृत-प्राभृत समास में एक अक्षररुप श्रुतज्ञान की वृद्धि होने से होता है। Prabhrta- A type of Scriptural Knowledge (shrutgyan)
ऊर्ध्व रेणु A length unit, 8 Sannasannas. लम्बाई का एक प्रमाण आठ सन्नासन्न।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्राणायाम- ष्वास को अंदर खीचना कुम्भक, रोक कर रखना पूरक एवं धीरे-धीरे बाहर छोड़ना रेचक है, यें तीनो मिलकर प्राणायााम कहलाते हैं। Pranayma- Yoging respiratory control, meditation