उपमेय!
उपमेय Something comparable . समानता या तुलना करने के योग्य।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]]स्वार्थनुमान – Svaarthaanumaana. Subjective inference (caused by perception of some means). अनुमान के दो भेदो मे एक भेद। परोपदेष के अभाव मे भी केवल साधन से साध्य को जानकर जो ज्ञान देखने वाले को उत्पन्न हो जाता है उसे स्वार्थनुमान कहते है। जैसे धुएॅ को देखकर अग्नि का अनुमान लगा लेना।
उपमा प्रमाण Simile regarding measure (mathematical measu-rement) .लोकोत्तर मान के द्रव्यमान के दो में एक भेद इसके पल्य सागर सूच्यंगुल प्रतरांगुल घनांगुल जगतश्रेणी जगत्प्रतर लोक ये 8 भेद हैं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]]स्वाधीन – Svaadhiina. Self dependent. स्वतंत्र, आत्माधीनं। सिद्वो का सुख संसार के विषयो से अतीत स्वाधीन अव्यय होता है।
उपन्यास Placing near or together, A novel. निकट रखना मनोरजक कथारुप पुस्तक।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सांसारिक सुख – Saansaarika Sukha. Worldly sensual pleasures. लौकिक या इन्द्रियजन्य सुख। यह सारा इन्द्रिय विषयक माना जाता है इसलिए यह केवल सुखाभास ही नही, किन्तु निःसंदेह दुखरुप ही हैं।
उपचरित व्यवहार Figurative usage (reg. unreal interpretation of matters).देखें- उपचरित स्वभाव।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सहानवस्था विरोध – Sahaanvasthaa Virodha. Mutual opposition in the different states of a matter. विरोध के तीन भेदों में एक भेद । यह विरोध एक वस्तु की क्रम से होने वाली दो प्र्यायों में होता है। नयी पर्याय उत्पन्न होती है तो पूर्व पर्याय नष्ट हो जाती है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रबंधनकाल- बंधते अर्थात एकत्व को प्राप्त होते हैं जिसमें उसे प्रबंधन कहते हैं प्रबंधन प्रबन्णन रुप जो काल है ह प्रबन्णनकाल कहलाता है। prabamdhanakala – period of organisation (organising)
उपदेशदर्शनाचार्य A type of Aryas (noble persons). अनृद्धि प्राप्त दर्शनार्य का एक भेद।[[श्रेणी:शब्दकोष]]